निम्न प्रश्न का 150 शब्दों में उत्तर दीजिए:
(i) चलवासी पशुचारण और वाणिज्य पशुधन पालन में अंतर कीजिए।
Answers
(i) चलवासी पशुचारण और वाणिज्य पशुधन पालन में अंतर :
चलवासी पशुचारण में अंतर :
(1) चलवासी पशुचारण जीवन निर्वाह का प्राचीन व्यवसाय रहा है।
(2) चलवासी पशुचारण में चारे के लिए पूर्णतः प्राकृतिक निर्भरता होती है।
(3) इस प्रकार के पशु चारण में अनेक प्रकार के पशुओं को रखा जाता है।
(4) विश्व में चलवासी पशुचारण के प्रमुख क्षेत्र उत्तरी अमेरिका के अटलांटिक तट से अरब प्रायद्वीप होते हुए मंगोलिया एवं मध्य चीन तक, दूसरा क्षेत्र यूरोप एवं एशिया के टुंड्रा प्रदेश तथा तीसरा दक्षिण पश्चिमी अफ्रीका एवं मेडागास्कर द्वीप है।
वाणिज्य पशुधन पालन में अंतर :
(1) वाणिज्य पशुधन पालन चल वासी पशु चारण के बाद का नया व्यवसाय है।
(2) वाणिज्य पशुधन पालन में चारे के लिए केवल प्रकृति के ऊपर निर्भरता नहीं होती बल्कि चारा उगाया भी जाता है।
(3) वाणिज्य पशुधन पालन में उस क्षेत्र की भौगोलिक दशा में रहने वाले विशेष पशुओं को रखा जाता है।
(4) वाणिज्य पशुधन पालन के मुख्य क्षेत्र न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया ,अर्जेंटीना, उरूग्वे एवं संयुक्त राज्य अमेरिका है।
(5) वाणिज्य पशुधन पालन करने वाले एक निश्चित स्थान पर फार्म के रूप में पशुओं का पालन करते हैं।
आशा है कि यह उत्तर आपकी अवश्य मदद करेगा।।।।
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उत्तर: -
चलवासी पशुपालन:
(i) खेती की प्रथाएँ जिनमें किसानों और उनके परिवार द्वारा पूरी फसलों का उपभोग किया जाता है। बाजार में बेचने के लिए उनके पास कोई अधिशेष नहीं है।
(ii) फार्म छोटे और खंडित हैं।
(iii) खाद्य फसलों की खेती की जाती है, जिसमें ज्यादातर चावल और गेहूं जैसे अनाज होते हैं, तेल के बीज, सब्जियां और गन्ने के साथ।
(iv) पुराने उपकरण और औजार किसानों द्वारा उपयोग किए जाते हैं। ट्रैक्टर और फार्म इनपुट जैसे रासायनिक उर्वरकों, कीटनाशकों और कीटनाशकों जैसे आधुनिक उपकरणों की कुल अनुपस्थिति है।
(v) मानसून पर निर्भर करता है और जनशक्ति का अधिक उपयोग होता है।
वाणिज्यिक खेती:
(i) इस कृषि प्रथा में उत्पादित ज्यादातर सामान मुख्य रूप से पैसा कमाने के लिए बाजार में बेचा जाता है।
(ii) लैंडहोल्डिंग बड़ी हैं और उनसे पैसे कमाने के लिए नकदी फसलों की खेती की जाती है।
(iii) भारत के विभिन्न भागों में उगाई जाने वाली प्रमुख वाणिज्यिक फसलें कपास, जूट, गन्ना मूंगफली हैं।
(iii) इस प्रकार की खेती में किसान सिंचाई, रासायनिक खाद, कीटनाशक, कीटनाशक और अधिक उपज देने वाली किस्मों जैसे बीजों का बेहतर इस्तेमाल करते हैं।
(iv) ट्रैक्टर जैसे आधुनिक उपकरणों के उपयोग से। आदि। मानव शक्ति का उपयोग किया जाता है।