निम्न प्रश्नों के एक शब्द में उत्तर दीजिए
1. त्वम् किम् करोति?
2. त्वम् का असि?
3. सः सीतायै कम भारयति?
4. रावणः केन् भारमति?
5. अजा किम् करोति?
6. बिडालः किम् पिबति?
प्र4. निम्नलिखित वाक्यों को शुद्ध कीजिए-
1. अहम् रक्षन्ति।
2. त्वम् पश्यामः।
3. युवां पिबन्ति।
4. ते कीडन्ति।
5. सः पश्यन्ति।
6. ताः पिबति।
Answers
Answer:
संस्क
ृत में ‘काल’ क लकार कहते हैंएिं क्रिया के म
ू
ल रूप क ‘धातु
’ कहते
हैं|
धातु
के इनहहं म
ू
ल रुपों का प्रय ग हम लकार मेंकरते हैं| ‘लट् लकार’ का
प्रय ग ितमा ान काल के ललए क्रकया जाता हैतथा ‘लट्ृ
’ लकार का प्रय ग
भविष्यत्काल के ललए क्रकया जाता है|
वार्ाालापः 1 (संस्क
ृर् वाक्य)
पपर्ा - अंककर्ः! उपिष्ठ एषा प्रभार्वेला अस्स्र्| सू
योदयः भवतर्|
प
ु
त्रः - उपिष्ठामि पपर्ाश्री! सादरि्निामि|
पपर्ा - प्रार्ः जागरणि्स्वास््याय हिर्कारर भवतर्|
प
ु
त्रः - भवान्क
ु
त्र गच्छतर्?
पपर्ा - अध
ु
ना अिि्प्रार्ः भ्रिणाय उद्यानं गच्छामि|
प
ु
त्रः - अिि्अपप भवर्ा सि चलामि|
पपर्ा – शोभनि|् प्रार्ःकालस्य भ्रिणेन शरीरि्बमलष्ठि्स्वस्थि्च भवतर्|
वार्ाालाप: 1 ( ऊपर मलखे संस्क
ृर् वाक्यों का हिन्दी अन
ु
वाद)
पपर्ा - अंककर्! उठो| यि सु
बि का सिय िै| सू
या उदय िो रिा िै|
प
ु
त्र – उठर्ा िू
ूँ, पपर्ाजी! सादर निस्कार करर्ा िू