Hindi, asked by manupandit1986, 1 day ago

निम्न पठित पद्यांश को पढ़ कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दें तरुवर फल नहीं खात हैं, सरवर पियत ना पान l कहि रहीम परकाज हित, संपति- सचहिं सुजान प्रश्न 1 परोपकार के लिए कौन संपति का संचय करते हैं? (1 Point) सज्जन पुरुष दुर्जन पुरुष धनी पुरुष निर्धन पुरुष​

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Answered by BATHILLS
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Answer:

संसार में शांति, व्यवस्था और सद्भावना के प्रसार के लिए बुद्ध, ईसा मसीह, मुहम्मद चैतन्य, नानक आदि महापुरुषों ने धर्म के माध्यम से मनुष्य को परम कल्याण के पथ का निर्देश किया, किंतु बाद में यही धर्म मनुष्य के हाथ में एक अस्त्र बन गया। धर्म के नाम पर पृथ्वी पर जितना रक्तपात हुआ उतना और किसी कारण से नहीं। पर धीरे-धीरे मनुष्य अपनी शुभ बुधि से धर्म के कारण होने वाले अनर्थ को समझने लग गया है। भौगोलिक सीमा और धार्मिक विश्वासजनित भेदभाव अब धरती से मिटते जा रहे हैं। विज्ञान की प्रगति तथा संचार के साधनों में वृद्धि के कारण देशों की दूरियाँ कम हो गई हैं। इसके कारण मानव-मानव में घृणा, ईष्र्या वैमनस्य कटुता में कमी नहीं आई। मानवीय मूल्यों के महत्त्व के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने का एकमात्र साधन है शिक्षा का व्यापक प्रसार।

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