Hindi, asked by xjdjjxjdjdj, 3 months ago

निम्न पद्यांश को पढकर सप्रसंग व्याख्या कीजिए-
अभी न होगा मेरा अंत
अभी - अभी ही तो आया है
मेरे वन में मदुल वसंत
अभी न होगा मेरा अंत।​

Answers

Answered by nanditapsingh77
5

कवि सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' जी कहते हैं की उनका अंत अभी नहीं होगा क्योंकि उनके जीवन की अभी तो शुरुआत ही हुई है। वे इस कविता ध्वनि के माध्यम से देश की युवा पीढ़ी को यह संदेश देना चाहते हैं की उन्हें भी जल्दी हार नहीं माननी चाहिए। उनमें हमेशा आशा जगी रहनी चाहिए।जैसे उनके जीवन में वसंत आई है, वैसे ही उन्हें भी अपने जीवन में हार न मानकर आगे बढ़ना चाहिए।

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