निम्न पदयाश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए.
ऐसे थे अरमान कि उडतेनीले नभ की सीमा पाने
लाल किरण सी चोंच खोल चुगते तारक अनार के दाने
होती सीमाहीन क्षितिज से इन पंखों की होड़ा होड़ी
या तो क्षितिज मिलन बन जाता
या तनती सासों की डोरी
नीड़न दो चाहे टहनी का आश्रय छिन्न भिन्न
कर डालो लेकिन पंख दिए है
तो आकुल उड़ान में विघ्न न डालो
1.को कति और कविता का नाम लिखिए।
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Its may be panchi unmukt gagan ke
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