निम्नलिखित अभिक्रियाओं को उदाहरण सहित समझाइए
(1) उदासीनीकरण अभिक्रियाएँ
(2) अपघटनीय अभिक्रियाएँ
(3) ऊष्माक्षेपी अभिक्रियाएँ
(4) ऊष्माशोषी अभिक्रियाएँ।
Answers
Answer:
dhr6ci4f758th7tu7fh and sweet potato salad with
प्रश्न में पूछी गयी अभिक्रियाओं के उदाहरण सहित वर्णन इस प्रकार है....
(1) उदासीनीकरण अभिक्रिया —
जब अम्ल और क्षारक निश्चित मात्रा और निश्चित आयतन में आपस में मिलकर लवण और जल बनाते हैं और इस क्रिया में ऊष्मा उत्सर्जित होती है तो यह क्रिया उदासीनीकरण अभिक्रिया कहलाती है। यहां अम्ल में H⁺ हाइड्रोजन आयन तथा क्षारक में H⁻ हाइड्रोक्सिल आयन होता है, यह दोनों आयन मिलकर जल बनाते हैं। इस प्रकार अम्ल तथा छारक उदासीन हो जाते हैं।
उदाहरण के लिए सोडियम हाइड्रोक्साइड (NaOH) और हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCL) आपस में क्रिया करते हैं तो नमक (लवण) (NaCl) तथा जल (H₂O) बनता है।
NaOH + HCl ⇒ NaCl + (H₂O
(2) अपघटनीअभिक्रियाएं —
इस अभिक्रिया में एक पदार्थ का अभिकारक टूटकर एक से अधिक छोटे-छोटे पदार्थों में बंट जाता है। जिसे अपघटनी अभिक्रिया कहते हैं।
उदाहरण के लिये जब कैलशियम कार्बोनेट (CaCO₃) को गर्म करते हैं तो बिना बुझा चूना (CaO) और कार्बन डाइऑक्साइड (CO₃) गैस बनती है।
CaCO₃ ⇒ CaO + CO₃
(3) ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया —
इन क्रियाओं में उत्पाद के साथ ऊर्जा या ऊष्मा भी उत्पन्न होती है। इसे ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया कहते हैं।
उदाहरण के लिए...
श्वसन एक ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया है।
वनस्पितयां जब विघटित होती हैं और उनक कम्पोस्ट बनता है तो ये भी ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया है।
(4) ऊष्माशोषी अभिक्रिया —
इन अभिक्रियाओं में ऊष्मा का अवशोषण होता है और उसे ऊष्माशोषी अभिक्रिया कहते हैं।
उदाहरण के लिए...
N₃ + O₃ ⇒ 2NO
शर्करा का जल में विलयन बनना ऊष्माशोषी अभिक्रिया है।
पोटेशियम नाइट्रेट KNO₃ काजल मिलियन स्मार्ट सी अभिक्रिया है