Hindi, asked by Geekydude121, 10 months ago

"निम्नलिखित अभिक्रियाओं में एक ही अपचायक थायोसल्फेट, आयोडीन तथा ब्रोमीन से अलग-अलग प्रकार से अभिक्रिया क्यों करता है?
2S_2O_3^{2-} (aq) + I_2(s) \rightarrow S_4O_6^{2-} (aq) + 2I^{-} (aq)

S_2O_3^{2-} (aq) + 2Br^{2} (l) + 5 H_2O(l) \rightarrow 2SO_4^{2-} (aq) + 4Br^{-} (aq) + 10H^{+} (aq)"

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Answered by Dhruv4886
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निम्नलिखित अभिक्रिया में एक ही अपचायक थायोसल्फेट, आयोडीन तथा ब्रोमिन से अलग- अलग प्रकार से अभिक्रिया करता है क्यूँकि ;

             2S2O3^{2-} (aq) + I (s) --------------> S4O6^{2-} (aq) + 2I2^{-} (aq)

             S2O3^{2-} (aq) +2Br^{2} (l) + 5H2O (l) -----------> 2SO4^{2-} (aq) + 4Br^{-} (aq) + 10H^{+} (aq)

•        S2O3^{2-}  मे S का ऑक्सिकरण अवस्था 2.5 है जिसका ऑक्सिकरण आयोडीन करता है । लेकिन ब्रोमिन, S2O3 ^{2-} के S का ऑक्सिकरण करता है जहां SO4 ^{2-} में S का ऑक्सिकरण अवस्था +6 है।

•        ब्रोमिन, आयोडीन के मुकाबले एक प्रबल ऑक्सिकारक है। इसीलिए अपचायक थायोसल्फेट आयोडीन तथा ब्रोमिन से अलग- अलग प्रकार से अभिक्रिया करता है।

Answered by akaur95506
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Answer:

hlo good morning have a great day

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