निम्नलिखित ऐतिहासिक तिथियों से सम्बन्धित घटनाओं का उल्लेख कीजिए।
1. 1658 ई.
2. 1659 ई.
3. 1742 ई.
4. 1798 ई.
5. 1856 ई.
6. 1875 ई.
7. 1885 ई.
8. 1798 ई.
9. 1932 ई.
10. 1956 ई.
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800-700 ishvi
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Explanation:
1) 1658 ई. - मुगल सम्राट शाहजहाँ ने ताजमहल का निर्माण पूरा किया। ताजमहल एक महान आइना-साज़ भवन है जो आगरा, उत्तर प्रदेश, भारत में स्थित है।
2) 1659 ई. - दरबार-ए-अक़़्लीमें भारत के मुगल सम्राट औरंगज़ेब ने अपने बड़े भाई दारा शुकोह को उल्लूघाट (महाराष्ट्र) में जेल में डाल दिया। यह घटना मुगल साम्राज्य के उत्तराधिकारी की जेब में नगदी जमा करवाने के लिए घटी थी।
3) 1742 ई. - मुगल सम्राट मुहम्मद शाह ने भारतीय इतिहास के लिए अहम घटना मराठों के प्रथम पंथनिर्माणक बालाजी विश्वनाथ द्वारा रायगढ़ के लिए आधारशिला रखने का आदेश दिया।
4) 1798 ई. - सिपाही नाम से जाने जाने वाले मंगल पांडे ने बैटल ऑफ कोरीगांव में आंग्रेजों को हराकर भारत के आजादी के लिए लड़ाई के लिए अपनी जान दी।
5) 1856 ई. - ब्रिटिश सरकार ने लखनऊ को अपने अधीन कर लिया जो उत्तर प्रदेश में स्थित एक मुगल शासनकालीन शहर था।
6) 1875 ई. - इस साल तुलसीदास के जन्मशती के अवसर पर तुलसी समारोह आयोजित किया गया था। इस समारोह को विशेष रूप से उत्तर भारत में मनाया गया था और इसमें कलाकारों, संगीतकारों, और लेखकों के नाटकों और कविताओं का प्रदर्शन किया जाता था।
7) 1885 ई. - इस साल मुंशी प्रेमचंद ने अपनी पहली उपन्यास "असदाबाद के एक दिन" का प्रकाशन किया था। यह उपन्यास उत्तर भारत में मुस्लिम समाज की जिंदगी को विस्तृत रूप से दर्शाता है और इसके माध्यम से प्रेमचंद ने एक नयी लेखन शैली का प्रयोग किया था।
8) 1798 ई. - इस साल ब्रिटिश सेना के जनरल अर्थर वेलेसली के नेतृत्व में बॉयर्ड की लड़ाई लड़ी गई थी, जो कि ब्रिटिश इतिहास में महत्त्वपूर्ण घटनाओं में से एक है। इस लड़ाई में ब्रिटिश सेना ने फ्रेंच सेना को हराया था और ब्रिटिश सत्ता को यूरोप में मजबूत कर दिया था।
9) 1932 ई. - 1932 ईस्वी में भारत में अहिंसा अभियान की शुरुआत हुई थी। इस अभियान का उद्देश्य ब्रिटिश सरकार के खिलाफ शांतिपूर्ण आंदोलन चलाकर भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को बढ़ावा देना था। इस अभियान के प्रमुख नेताओं में महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल शामिल थे। अहिंसा अभियान के अंतर्गत भारत के विभिन्न हिस्सों में धरने, सत्याग्रह, और जेल जाने का आंदोलन चलाया गया।
10) 1956 ई. - 1956 ईस्वी में भारत में हिंदी विवाद का एक समाधान किया गया था। इस समाधान के अनुसार, हिंदी भाषा को राजभाषा के रूप में स्वीकार किया गया था। यह समाधान उस समय की संसद द्वारा मान्यता प्राप्त किया गया था। इस समय तक भारत में अंग्रेजी भाषा राजभाषा के रूप में उपयोग की जाती थी। इस समाधान से हिंदी भाषा के विकास और व्यापक उपयोग की दिशा में एक नई उमंग उत्पन्न हुई।
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