Hindi, asked by kummarig007, 1 day ago

निम्नलिखित अपठित गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दिए गए विकल्पों मे से छांटकर दीजिए – (5) अपने कार्य को आप ही करना स्वावलंबन कहलाता है । बालक जब से होश संभालता है,अपने कार्य स्वयं करने लगता है। इसी प्रकार यदि जीवन की किसी भी स्थिति में अपना कार्य स्वयं करे तो वह स्वावलंबी कहलाता है । स्वावलंबी होना नागरिक का महान गुण है । स्वावलंबन बड़प्पन का गुण है। कहते है कि एक दिन प्रसिद्ध विद्वान ईश्वरचन्द्र विद्यासागर रेलवे स्टेशन के बाहर खड़े थे । तभी भीतर से एक व्यक्ति हाथ में एक छोटा बक्सा लिए उनके पास आया। उन्हे साधारण वेश में देखकर भूल से कुली समझ बैठा और बोला, “मेरा सामान ले चलेगे?” ईश्वरचन्द्र बिना कुछ बोले उसका सामान उठाकर चल दिए। लक्ष्य पर पहुँचकर जब वह उन्हे मजदूरी देने लगा तो वे बोले , “मजदूरी नहीं चाहिए। तुम अपना काम नहीं कर सकते, इसलिए मैंने तुम्हारी सहायता कर दी है।” व्यक्ति लज्जित हुआ जब उसे यह पता चला कि कुली बंगाल का प्रसिद्ध विद्वान है और वह उनके पाँव में गिर पड़ा। उसने अपना कार्य अपने आप करने कि सौगंध ली। लज्जित’ शब्द में प्रत्यय है – * a) रित b) जीत c) इत d) जित गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक है – * a) अवलंब- एक महान गुण b) स्वावलंबन- एक महान गुण c) बड़प्पन -एक महान गुण d) नागरिकता -एक महान गुण ईश्वरचन्द्र विद्यासागर रेलवे स्टेशन के बाहर किस वेश मे खड़े थे ? * a) सभ्य एवं शिक्षित व्यक्ति की वेशभूषा में b) कुली की वेश में c)अत्यंत साधारण से दिखने वाले व्यक्ति की वेषभूषा में d)स्वागतकर्ता की वेषभूषा में स्वावलंबन को बड़प्पन का गुण क्यों कहा गया है ? * a)इससे व्यक्ति की आश्रितता बढ़ जाती है। b) इससे व्यक्ति में स्वाभिमान का उदय होता है c) इससे व्यक्ति का सम्मान बढ़ जाता है d)इससे व्यक्ति मे घमंड के भाव का उदय होता है | स्वावलंबन निम्नलिखित में से क्या है ? * a) दूसरों पर अवलंबित रहना b) दूसरों को अपने पर अवलंबित रखना c)दूसरों की सहायता से अपना कार्य करना d) अपने कार्य को अपने आप करना​

Answers

Answered by franktheruler
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अपठित गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर निम्न प्रकार से दिए गए है

  • लज्जित शब्द में प्रत्यय है " इत " । विकल्प ( c) सही विकल्प है। लज्जित का अर्थ है शर्मिंदा होना।

  • गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक है स्वावलंबन - एक महान गुण। विकल्प ( b) सही विकल्प है।

  • इश्वरचंद विद्यासागर रेलवे स्टेशन के बाहर एक अत्यंत साधारण से दिखने वाले व्यक्ति की वेशभूषा में खड़े थे। विकल्प ( c ) सही विकल्प है।

  • स्वावलंबन को बड़प्पन का गुण कहा गया है क्योंकि इससे व्यक्ति में स्वाभिमान का उदय होता है। विकल्प ( ब) ।

  • स्वावलंबन है : अपने कार्य को अपने आप करना। विकल्प ( d) सही विकल्प है।

  • दिए गए गद्यांश का सार : गद्यांश में स्वावलंबन महत्व बताया गया है। स्वावलंबी इंसान कभी किसी कार्य के लिए किसी अन्य पर आश्रित नहीं रहता । उसे अपना कार्य स्वय करना अच्छा लगता है। हम सभी में यह गुण होना आवश्यक है तब ही हम एक अच्छे इंसान बन सकते है।

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