Hindi, asked by aparnajyoti6329, 8 months ago

निम्नलिखित अपठित गद्यांश को पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए। (उत्तर सीमा- 20 से 30 शब्द) अहंकार, क्रोध या द्वेष हमारे मन की बाधक प्रवृत्तियाँ हैं। यदि हम इनको बे-रोकटोक चलने दें, तो नि:संदेह वह हमें नाश और पतन की ओर ले जाएगी, इसलिए हमें उनकी लगात रोकनी पड़ती है, उन पर संयम रखना पड़ता है, जिससे वे अपनी सीमाओं से बाहर न जा सकें। हम उन पर जितना कठोर संयम रख सकते है, उतना ही मंगलमय हमारा जीवन हो जाता है।

Answers

Answered by Btwitsaditi12
1

hey mate,

sry it would be too lendy

Answered by eshika081
0

Answer:

Sorry but bhut lamba ho jayega..

Similar questions