निम्नलिखित अपठित गधांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नोँ के उत्तर लिखिए - 9M
वर्तमान शिक्षा प्रणाली जीवन के लिए घोर अभिशाप सिद्ध हो रही है I शिक्षा मनुष्य को सुसंस्कृत एवं स्वावलम्बी बनाने का साधन होना चाहिए , किन्तु वर्तमान शिक्षा में यह गुण नहीं है I आज का सुशिक्षित युवक वर्ग न केवल दूसरोँ के लिए , बल्कि स्वयं अपने लिए भी दुखदायी बन रहा है I देश में बेरोज़गार इंजिनीयरों , वकीलों , वैज्ञानिकों तथा डॉक्टरों की विशाल संख्या देश के लिए अभिशाप बन गई है I शिक्षा ने उनमे सादा जीवन , उच्च विचार और सेवा वृत्ति उतपन नहीं की I अन्यथा वे गावों को स्वर्ग बनाकर राष्ट्रीय हित कर पाते I
वर्तमान शिक्षा प्रणाली में नागरोचित तत्वों की प्रधानता है , जबकि भारत माता ग्रामवासिनी है I ग्राम विकास की योजनाओं को शहरी शिक्षण तत्व कैसे पूरा कर सकते है ? उल्टा इससे गाँव की ओर से विमुखता ही जाग्रुत हुई है I भारत जनतंत्र का उपासक है I यह जीवन शैली भरता ने अपनाई है I जनता की शिक्षा का माध्यम जनता की भाषा होनी चाहिए I विदेशी भाषा के माध्यम से भारत का नागरिक विदेशी अचार विचार , रहन सहन , जीवन पद्धति , सभ्यता और संस्कृति ही ग्रहण करेगा I हम उपनिषदों और वेदों का आदर इसलिए नहीं करते कि वे हमारे दर्शन ग्रन्थ है , ज्ञान के आगर है , अपितु इसलिए करते हैं कि मैक्समूलर और ब्लावट्स्की ने इनकी प्रशंशा की है I हम अपने दर्शन ग्रंथों को संस्कृत में नहीं , अंग्रेजी के माध्यम से पढ़कर गौरवानिवत होते है I
1. वर्तमान शिक्षा प्रणाली जीवन के लिए घोर अभिशाप कैसे सिद्ध हो रही है ?
2. वर्तमान शिक्षा प्रणाली ने युवक वर्ग पर क्या प्रभाव डाला है ?
3. वर्तमान शिक्षा प्रणाली में किन तत्वों की प्रधानता है ? इसका क्या परिणाम हुआ है ?
4. शिक्षा का माध्यम जनता की भाषा ही क्यों होना चाहिए ?
5. विदेशी भाषा को शिक्षा का माध्यम बनाने का क्या प्रभाव पड़ेगा ?
6. ' मनुष्य ' शब्द के 2 पर्यायवाची शब्द लिखिए -
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1 Gaurav Vishwas ho rahi ho
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वर्तमान शिक्षा प्रणाली में युवक वर्ग पर क्या प्रभाव डाला?
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