Hindi, asked by shoib7794, 10 months ago

निम्नलिखित अवतरण की संदर्भ - सहित व्याख्या कीजिए - ) जो राजा होगा , जिसे शासन करना होगा , उसे भिखमंगों का पाठ नहीं । पढ़ाया जाता ।

Answers

Answered by shishir303
5

Answer:

संदर्भ —

प्रश्न में दी गई पक्तियां ‘जयशंकर प्रसाद’ द्वारा रचित “अजातशत्रु”  नाटक से ली गई हैं।

ये नाटक के प्रथम अंक के प्रथम दृश्य का प्रसंग है जब अजातशत्रु शिकारी लुब्धक को मृग-शावक को न लाने के लिये धिक्कारता है और उसे सजा देना चाहता है तो उसकी बहन पद्मावती अजातशत्रु को कहती है कि उसने ही शिकारी लुब्धक को मृग-शावक लाने के लिये मना किया था। भाई बहन की इस बहस मे उनकी माँ छलना का प्रवेश होता है।

व्याख्या-

छलना पद्मावती से कहती है कि वो राजकुमार अजातशत्रु को अंहिसा का पाठ पढ़ाना चाहती है। जबकि वो राजकुमार है और भविष्य में उसे राजा बनना है। उसे शासन करना है। अतः उसे कमजोरों जैसा आचरण करने का पाठ नही पढ़ाया जाना चाहिये। किसी को दण्ड देना उसका अधिकार है। राजा का कर्तव्य ही दण्ड देकर न्याय करना है।

Answered by divyamjan24
2

Answer:

mark it as brainlest answer please

Explanation:

प्रश्न में दी गई पत्तियां 'जयशंकर प्रसाद' द्वारा रचित *अजातशत्रु" नाटक से ली गई हैं।

ये नाटक के प्रथम अंक के प्रथम दृश्य का प्रसंग है जब अजातशत्रु शिकारी लुब्धक को मृग-शावक को न लाने के लिये धिक्कारता है और उसे सजा देना चाहता है तो उसकी बहन पद्मावती अजातशत्रु को कहती है कि उसने ही शिकारी लुब्धक को मृग-शावक लाने के लिये मना किया था। भाई बहन की इस बहस मे उनकी माँ छलना का प्रवेश होता है।

व्याख्या

छलना पद्मावती से कहती है कि वो राजकुमार अजातशत्रु को अंहिसा का पाठ पढ़ाना चाहती है। जबकि वो राजकुमार है और भविष्य में उसे राजा बनना है। उसे शासन करना है। अतः उसे कमजोरों जैसा आचरण करने का पाठ नही पढ़ाया जाना चाहिये। किसी को दण्ड देना 1. उसका अधिकार है। राजा का कर्तव्य ही दण्ड देकर न्याय 1. करना है।

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