निम्नलिखित अवतरण को सन्दर्भ, प्रसंग सहित व्याख्या कीजिए पीपा हरि सो गुरु बिना होत न विसद विवेक ज्ञान रहित अज्ञानयुत कठिन कुमन की टेक॥ पीपा मन तो बावलों, इसके मत न लाग माया का भ्रम छोड़ के, सत रे मारग भाग ॥ मनसा वाचा करमणा, सुमरण सब सुख मूल पीपा माया मत चलै, तू हरिनाम न भूल ॥ ans
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I have to do in the fourth row is
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gkfjgjgjgjvjj
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