निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर उत्तर लिखिए-
जो
मनुष्य
चाहता कुछ नहीं है अपितु उसे सब कुछ देना चाहता है। यदि प्रकृति को हमसे प्रेम न हो तो उसके द्वारा हमें अनंत निधियाँ कैसे प्राप्त हो
जल, वायु, प्रकाश, अन्न, फल, फूल, वनस्पतियाँ आदि सभी हमें प्रकृति की त्याग भावना के फलस्वरूप ही प्राप्त होती हैं। माँ का बच्चे
के प्रति प्रेम, माता-पिता का बच्चों के प्रति प्रेम आदर्श प्रेम हैं। जहाँ प्रेम में कोई चाहत होती है वहाँ वह वासना का रूप ले लेता है और
कलुषित हो जाता है। हमें प्राणिमात्र से प्रेम
-
U का अर्थ होता है- विना पढ़ हुए अथवा दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्न के उत्तर देना।
मनुष्य की सुंदरता शरीर से नहीं होती, बल्कि उसके मन मस्तिष्क एवं विचारों से होती है। इसे ही वास्तविक सौंदर्य कहते हैं।
शारीरिक सौंदर्य को देखकर प्रेम करता है, उसका प्रेम अल्पकालिक होता है, क्योंकि समय के साथ-साथ सौंदर्य में कमी आ जाती है। इसके
विपरीत मन की सुंदरता को देखकर प्रेम करने वालों का प्रेम चिरकाल तक स्थायी रहता है। प्रेम शाश्वत होता है। इसमें बनावटीपन को
स्थान कहाँ? प्रेम में समर्पण एवं बलिदान की भावना होती है। प्रेम में भावनात्मक अनुभूति होती है। प्रेम कलुषविहीन होता है। प्रेम प्रेमी से
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please post it properly...
sneha ❤️
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