निम्नलिखित गद्यांशों के सार एक-तिहाई शब्दों में लिखकर उनके उचित शीर्षक भी लिखिए-
मनुष्य अपने नैतिक गुणों से ही जीवधारियों में श्रेष्ठतम माना जाता है। हर व्यक्ति जीवन-पर्यंत सुख की खोज में रहता
है। तन के सुख मनुष्य और पशु-पक्षी सभी को समान रूप से चाहिए, किंतु मन और आत्मा के सुख केवल मनुष्यों
के लिए हैं। मन के जितने भी सुख हैं, उनमें सबसे बड़ा है परोपकार का सुख। किसी अंधे को सड़क पार कराने,
Answers
Answered by
1
the title was paropkaar
Similar questions