निम्नलिखित गद्यांश का सन्दर्भ सहित हिन्दी में अनुवाद कीजिए—
शरदतों मनोहरं पुष्पमिदं यत्र तत्र जलसङ्कुलेषु तडागेषु सरसु चानायासेनोत्पद्यते वर्धते विकरनिकरसंसर्गात् प्रस्फुटित । पङ्के जायते पङ्कजं जलसंयोगं शरत्कालञ्चावाप्य वर्धते शोभते च तथैव कस्मिंश्चित् कुले जातः जनः सौविध्यमुपयुक्तावसरञ्च लब्ध्वा वर्धितुं क्षमत इति तत्पुष्पस्य राष्ट्रकृते सन्देशः ।
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➡️❤️ शरद ऋतु के सुंदर फूल हर जगह तैरते हैं, पुष्पक्रम के साथ एक उज्ज्वल संक्रमण होता है। पंकय जैता पंकज जल ज्योत्सना शरद चंद्र वर्ष ANSWER HINDI
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