निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर में से सही का चुनाव कीजिए।* हम मनुष्यों का कुछ न कुछ बनने का स्वप्न होता है। हम अपने स्वप्न को साकार रुप प्रदान करने के लिए उसे अपना आधार और लक्ष्य बना लेते हैं। अपने सपने के आधार पर अपने भविष्य की नींव रखना आरम्भ करते हैं। हमारा लक्ष्य कुछ भी हो सकता है। हम चिकित्सक, इंजीनियर, राजनेता, अभिनेता, सरकारी कर्मचारी, अध्यापक कुछ भी बनने की सोच सकते हैं। हमारी शिक्षा का स्तर भी लक्ष्य के आधार पर बढ़ने लगता है। शिक्षा एक ऐसा माध्यम है, जो लक्ष्य तक पहुँचने का मार्ग है। शिक्षा ही लक्ष्य तक पहुँचाकर सपने को साकार करती है। यह मनुष्य के जीवन में बहुमूल्य रत्न के समान है, जो किसी के द्वारा चुराया व मिटाया नहीं जा सकता है। यक्ष द्वारा पूछे गए प्रश्न कि विदेश में मनुष्य का साथी कौन होता है? युधिष्ठिर द्वारा इसका उत्तर दिया गया ‘विद्या’। महाभारत में युधिष्ठिर और यक्ष के इस संवाद से स्पष्ट हो जाता है कि शिक्षा प्राचीनकाल से मनुष्य के जीवन में महत्वपूर्ण रही है।
Your answer
प्रश्न-1 गद्यांश को पढ़कर बताइए कि मनुष्य का आधार व लक्ष्य क्या होता है? *
1 point
(क) धन कमाना और सफल बनना।
(ख) स्वयं के सपने को साकार करना।
(ग) घर बसाना और जीवन में सुख-सुविधाओं का भोग करना।
(घ) मनचाही नौकरी पाना।
प्रश्न-2 गद्यांश के आधार पर बताओ कि लक्ष्य तक पहुँचने के लिए मनुष्य को किस प्रकार के मार्ग पर चलना चाहिए? *
1 point
(क) धन के मार्ग पर।
(ख) अनीति के मार्ग पर।
(ग) शिक्षा के मार्ग पर।
(घ) अध्यापक के बताए मार्ग पर
प्रश्न-3 अपनी बात की प्रमाणिकता को सिद्ध करने के लिए लेखक क्या उदाहरण प्रस्तुत करता है? *
1 point
(क) शिक्षा के सबल पक्ष का उदाहरण रखता है।
(ख) महाभारत में यक्ष और युधिष्ठिर के संवाद को देता है।
(ग) सपनों का उदाहरण रखता है।
(घ) भावी भविष्य का उदाहरण रखता है।
प्रश्न-4 प्रस्तुत गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक है: *
2 points
(क) शिक्षा का महत्व
(ख) श्रम का महत्व
(ग) स्वप्न का महत्व
(घ) लक्ष्य का महत्व
please tell me the answer
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Ka is correct hope it will help you
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