Hindi, asked by vanshika9172, 2 months ago

निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए।

किसी भी देश या समाज की उन्नति का आधार स्तंभ यहाँ की सब्चयारित्रता परिश्रमशीलता तथा उनके नैतिक मूल्य होते हैं । हमारे देश ने ही विश्व को मानवता, नैतिकता व सदाचार का पाठ पढ़ाया है परन्तु आज हमारे देश में ही चारों ओर स्वार्थ , लोभ व बेईमानी का प्रचार - प्रसार है। इसी कारण आज भ्रष्टाचार रूपी रोग सभी सामाजिक, राजनीतिक , धार्मिक क्षेत्रों में एक असाध्य रोग की भांति अपनी जड़ें जमा चुका है । मर्यादाविहीन स्वार्थपूर्ण दूषित आवरण ही भ्रष्टाचार कहलाता है। स्वाथ लिप्सा भ्रष्टाचार की जननी और भौतिक ऐश्वर्य इसका जनक है। आज देश में भ्रष्टवार का ही बोलबाला है। कोई भी विभाग इससे अछूता नहीं रह गया है। भाई -भतीजाबाद , मिलावट , अनुचित ढंग से मुनाफाखोरी करना , चोरबजारी , सरकारी साधनों का अनुचित प्रयोग आदि भ्रष्टाचार के प्रमुख प्रकार है। भ्रष्टाचार के कारण आज हमारे समाज का पतन होता जा रहा है । इसके जड़े हमारे देश को खोखला करती जा रही है। यदि समय रहते इसे नहीं रोका गया तो यह पूरे देश को अपनी चपेट में ले लेगा । इसका प्रभाव अत्यन्त व्यापक और हानिकारक है। कठोर कानून, नियंत्रण एवं आत्मानुशासन द्वारा ही इस समस्या का समाधान किया जा सकता है।

क- किसी भी देश की उन्नति का आधार क्या है ?

1- सच्चरित्रता

2- परिश्रमशीलता

3- नैतिक मूल्य

4- ये सभी

ख- गाध्यंश के आधार पर बताइये भ्रष्टाचार को लेखक ने क्या है ?
1- असाध्य रोग
2- परिश्रमशीलता
३- नैतिक मूल्य
४- ये सभी

ग- प्रस्तुत गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक क्या होगा -

1-अष्टाचार : समाज का पतन
२- समाज का उत्थान
3- सदाचार
4- इनमें से कोई नहीं ।

घ- 'हमारे समाज का पतन होता जा रहा है । पंक्ति से लेखक का आशय है -
1-सामाजिक स्तर कम हो रहा है।
2- मानवता की भावना कम हो रही है
3- नैतिक मूल्यों का वास हो रहा है।
४- ये सभी

उ.- गद्यांश के आधार पर बताइए कि भ्रष्टाचार की समस्या का समाधान कैसे किया जा सकता है?

1-सरकार द्वारा कठोर कानून बनाकर
2- आत्म नियंत्रण एवं अनुशासन द्वारा
3- 1 एवं 2' दोनों
4-इनमें से कोई नहीं

च- भ्रष्टाचार की जननी है -

1- मानवता
2- सामाजिकता
3 - स्वार्थलिप्सा
4- बेईमानी

छ- भौतिक ऐश्वर्य इनमें से किसके जनक है -

1- भाई-भतीजावाद
2-साम्प्रदायिकता
3- चोरबाजारी
4- भ्रष्टाचार

ज- अष्टाचार का अर्थ है

1- अष्ट व्यक्ति
2- भ्रष्ट आचरण
3- भ्रष्ट समाज
4- भ्रष्ट देश

झ- "प्रचार-प्रसार " समासिक पद का विग्रह है -

1- परिवार के साथ प्रसार
2- प्रचार का प्रसार
3-प्रचार और प्रसार
4- प्रचार में प्रसार

ञ-"यदि समय रहते इसे नहीं रोका गया तो यह पूरे देश को अपनी चपेट में ले लेगा " दाक्य में कौन सा भेद है -

1- सरल वाक्य
2- मिश्र वाक्य
3- संयुक्त वाक्य
4- साधारण वाक्य​

Answers

Answered by inder5745
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Answer:

(क) ये सभी

(ख) ये सभी

(ग) इनमे से कोई नही

(घ) ये सभी

(उ) 1 एंव 2

(च) स्वार्थलिपता

(छ) भ्रष्टाचार

(ज) अष्ट व्यक्ति

(झ) प्रचार और प्रसार

(ञ)

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