निम्नलिखित गद्याश को ध्यानपूर्वक पदिए आर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए
मनुष्य अपने नतिक गुणों से ही जीवधारियों में श्रेष्ठत्तम माना जाता है। हर व्यक्ति जीवन-पर्यत सुख की खोज में
रहता है तन के सुख मनुष्य आर पशु-पक्षी सभी को समान रूप से चाहिए कितु मन आर आत्मा के सुख केवल
मनुष्यों के लिए है। मन के जितने भी सुख है, उनमें सबसे बडा है परोपकार का सुख। किसी अध का सडक पार
कराने, किसी भूखे को रोटी खिलाने किसी प्यासे की प्यास बुझाने किसी निराश हवाग को आशान्चित करने
अथवा किसी लाचार गरीव आर जरूरतमद के काम आने में जो सुख मिलता है, उसकी किसी भी सुख या आनद
से तुलना नहीं की जा सकती। अपने लिए तो ट्रान्तिमा में सभी प्राणी जीते हैं, पर जब हम अपने जीय का दूसरे के लिए
अर्षित कर देते है तो हमारा जीवन धन्य हो जाता है।
(क) अपनी किस विशेषता के कारण मनुष्य सभी प्राणियों में सर्वश्रेष्ठ माना जाता
(ख) मनुष्य आर पशु के सुखों में क्या भिन्नता है?
(ग) जीवन की धन्यता कब अनुभव होती है?
(घ) परोपकार के कुछ उदाहरण लिखिए?
(ड) उपर्युक्त गधाश के लिए एक शीर्षक लिखिए ?
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Sorry I don't know Hindi language
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