निम्नलिखित गद्यांशों में नीचे दिये गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए
विश्वासपात्र मित्र जीवन की एक औषध है । हमें अपने मित्रों से यह आशा रखनी चाहिए कि वे उत्तम संकल्पों से हमें दृढ करेंगे, दोषों और त्रुटियों से हमें बचाएँगे, हमारे सत्य, पवित्रता और मर्यादा के प्रम को पुष्ट करेंगे, जब हम कुमार्ग पर पैर रखेंगे, तब वे हमें सचेत करेंगे, जब हम हतोत्साहित होंगे, तब वे हमें उत्साहित करेंगे । सारांश यह है कि वे हमें उत्तमतापूर्वक जीवन-निर्वाह करने में हर तरह से सहायता देंगे । सच्ची मित्रता में उत्तम-से-उत्तम वैद्य की-सी निपुणता और परख होती है, अच्छी-से-अच्छी माता का-सा धैर्य और कोमलता होती है । ऐसी ही मित्रता करने का प्रयत्न प्रत्येक पुरुष को करना चाहिए ।
(अ) प्रस्तुत गद्यांश के पाठ और लेखक का नाम लिखिए ।
(ब) रेखांकित अंशों की व्याख्या कीजिए ।
(स) 1. व्यक्ति को अपने मित्रों से कैसी उम्मीद रखनी चाहिए ?
2. एक सच्चा मित्र किसे कह सकते हैं ?
Answers
Answer:
प्रश्न उत्तर
Explanation:
उपरोक्त गद्यांश के प्रश्नों का सही उत्तर निम्नलिखित है:-
(अ) प्रस्तुत गद्यांश के पाठ और लेखक का नाम लिखिए ।
उत्तर:-विश्वासपात्र मित्र
(ब) रेखांकित अंशों की व्याख्या कीजिए ।
(स) 1. व्यक्ति को अपने मित्रों से कैसी उम्मीद रखनी चाहिए ?
उत्तर:-
हमें अपने मित्रों से यह आशा रखनी चाहिए कि वे उत्तम संकल्पों से हमें दृढ करेंगे, दोषों और त्रुटियों से हमें बचाएँगे, हमारे सत्य, पवित्रता और मर्यादा के प्रम को पुष्ट करेंगे, जब हम कुमार्ग पर पैर रखेंगे, तब वे हमें सचेत करेंगे, जब हम हतोत्साहित होंगे, तब वे हमें उत्साहित करेंगे ।
2. एक सच्चा मित्र किसे कह सकते हैं ?
उत्तर:-
सच्ची मित्रता में उत्तम-से-उत्तम वैद्य की-सी निपुणता और परख होती है, अच्छी-से-अच्छी माता का-सा धैर्य और कोमलता होती है । ऐसी ही मित्रता करने का प्रयत्न प्रत्येक पुरुष को करना चाहिए ।