Hindi, asked by hannahcaress4570, 5 months ago

निम्नलिखित गद्यांशों में से किन्हीं तीन की सप्रसंग व्याख्या
कीजिए:
30
(क) आर्य ! संसार-भर की नीति और शिक्षा का अर्थ मैंने
यही समझा है कि आत्म-सम्मान के लिए मर मिटना ही
दिव्य जीवन है।
(ख) मेरी मण्डली की स्त्रियाँ पुरुषों की अपेक्षा अधिक सुखी
थीं। बहुत छुटपन से ही मैं स्त्री का सम्मान करना
जानता हूँ। साधारणतः जिन स्त्रियों को चंचल, कुलभ्रष्टा
माना जाता है, उनमें एक दैवी श

Answers

Answered by Anonymous
0

Answer:

पहली पंक्ति से कहा कि संसार की नीति और शिक्षा का अर्थ है कि आत्मसम्मान के लिए मरना ही सही है क्योंकि यह अपने जीवन के साथ अंतर्गत आती है

Similar questions