निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर ऐसे चार प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर गद्यांश
में एक-एक वाक्य में हों :
तविषा अपराध-बोध से भरी हुई थी। मांडवी दी से उसने अपना संशय
बाँटा। चावल की टंकी में घुन हो रहे थे। उस सुबह उसने मारने के लिए
डाबर की पारे की गोलियों की शीशी खोली थी चावलों में डालने के लिए।
शीशी का ढक्कन मरोड़कर जैसे ही उसने ढक्कन खोलना चाहा, कुछ गोलियाँ
छिटककर दूर जा गिरों। गोलियाँ बटोर उसने टंकी में डाल दी थीं। फिर
भी उसे शक है कि एकाध गोली ओने-कोने में छूट गई होगी।
Answers
Answer:
कोष्ठक में दिए शब्दों के सही रूप लिखकर वाक्य पूरे कीजिए-
(1)
नाम सबको मालूम है।
(1) क्या यहाँ
नाम से सब परिचित हैं?
विषय में दो पंक्तियाँ कह दो।
(iv) ये
बहुमूल्य पुस्तकें हैं।
बहुत कठिनाई से इन्हें खरीदा है।
इनका
जीवन में विशेष स्थान है।
भी पुस्तकों से प्रेम है।
(viin)
कुछ विशेष पुस्तकें ले आओ।
Tix)
लगाव भी पुस्तकों से कम नहीं है
करती।
(वह)
(वह)
(वह)
( (vii)
(मैं)
।
(हम)
कहो।
TU
4. सर्वनाम शब्द भरकर वाक्य पूरे कीजिए, भेद भी लिखिए-
तुम
मन की बात
mमो लगा, कोई तुम्हें पुकार रहा है। उत्तम, अनिशचय
(m) देखो तो, वहाँ कोई खड़ा है।
अनिशचय
tiv) कुछ पड़ा है वहाँ, देखो तो।
अपना काम खुद करना सीखो ।
तुम्हें मिला है, उस में संतोष करो।
संबच
जानते हो
Answer:
तनम्नमलखखि गद्दयांश पढ़कि ऐसे चाि प्रश्न िैयाि कीजिए जिनके उत्ति एक-एक वाक्य में हो :
एक बाि भगवान बुद्दध का एक प्रचािक घूम िहा था| उसे एक मभखािी ममला| वह प्रचािक उसे धमख
का उपदेश देने लगा| उस मभखािी ने उसकी ििफ ध्यान नहीं ददया| उसमें उसका मन ही नहीं लगिा था|
प्रचािक नािाि हुआ| वह बुद्दध के पास िाकि बोलै, 'वहााँएक मभखािी बैठा है, मैंउसे इिने अच्छे-अच्छे
मसखावन दे िहा था, िो भी वह सुनिा ही नहीं|' बुद्दध ने कहा, 'उसे मेिे पास लाओ|' यह प्रचािक उसे बद्दुध
के पास ले गया| भगवान ्बद्दुध ने उसकी दशा देखी| उन्होंने िाड़ मलया फ्रक मभखािी िीन-चाि ददनों से भखू ा
है| उन्होंने उसे पेट भिकि खखलाया औि कहा, 'अब िाओ|' प्रचािक ने कहा, "आपने उसे खखला िो ददया,
लेफ्रकन उपदेश कुछ भी नहीं ददया|" भगवान बुद्दध ने कहा, "आि उसके मलए अन्न ही उपदेश था| आि उसे
अन्न की सबसे ज्यादा िरुिि थी| वह उसे पहले देना चादहए| अगि वह जिएगा, िो कल सनु ेगा|"