निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए।
कुछ वर्षों तक गांधीजी ने आश्रम के भंडार का काम संभालने में मदद दी। सवेरे की
प्रार्थना के बाद वे रसोईघर में जाकर सब्जियों छिलते थे। रसोईघर या भंडार में कहीं
गंदगी या मकड़ी का जाला देख लेते थे तो अपने साथियों को आड़े हाथों लेते। उन्हें
सब्जी, फल और अनाज के पौष्टिक गुणों का ज्ञान था। एक बार एक आश्रमवासी
ने बिना धोए आलू काट दिए। गांधी ने उसे समझाया कि आलू और नीबू को बिना
धोए नहीं काटना चाहिए। एक बार एक आश्रमवासी को कुछ ऐसे केले दिए गए
जिनके छिलकों पर काले चकते पड़ गए थे। उसने बहुत बुरा माना। तब गांधी ने
उसे समझाया कि ये जल्दी पच जाते हैं और तुम्हें खासतौर पर इसलिए दिए गए हैं
कि तुम्हारा हाजमा कमजोर है। गांधी आश्रमवासियों को अक्सर स्वयं ही भोजन
परोसते थे। इस कारण वे बेस्वाद, उबली हुई चीजों के विरुद्ध कुछ कह भी नहीं
पाते थे।
1.
प्रश्न:-
गांधीजी सवेरे की प्रार्थना के बाद क्या करते थे?
2. सब्जियों और फलों के बारे में गाँधीजी क्या जानते थे?
3. काले चकते पड़ गए केले से क्या लाभ है?
4. आश्रमवासी भोजन के विरुद्ध कुछ भी क्यों नहीं कह पाते थे?
5. यह गदयांश किस पाठ से दिया गया है?i need 5th answer
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1. सवेरे की प्रार्थना के बाद गांधीजी रसोईघर में जाकर सब्जियों छिलते थे।
2. गाँधीजी सब्जी, फल और अनाज के पौष्टिक गुणों का ज्ञान था।
3. केले जल्दी पच जाते हैं और हमें खासतौर पर इसलिए दिए गए हैं कि हमारा हाजमा कमजोर है।
4. गांधीजी आश्रमवासियों को अक्सर स्वयं ही भोजन परोसते थे। इस कारण वे बेस्वाद, उबली हुई चीजों के विरुद्ध कुछ कह भी नहीं पाते थे।
5. पाठ 15 (नौकर)
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nhi pata nahi kya hua h tumhe mazak interview lifestyle is a kitne ka hai kya hua to maths class of the cell jab Mam padha hai kya emoji keyboard shortcuts to mil jaye to maths class ka Link to be all right
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