• निम्नलिखित जानकारियों के आधार पर 70 से 80 शब्दों में रोचक वृत्तांत तैयार कीजिए : (वृत्तांत में स्थल, काल, घटना का उल्लेख होना अनिवार्य है।) • 13 अक्तूबर, 2021 • नेत्रोपचार शिविर स्थान : धरमपुरी (पालघर)
Answers
प्रश्न →
• निम्नलिखित जानकारियों के आधार पर 70 से 80 शब्दों में रोचक वृत्तांत तैयार कीजिए : (वृत्तांत में स्थल, काल, घटना का उल्लेख होना अनिवार्य है।) • 13 अक्तूबर, 2021 • नेत्रोपचार शिविर स्थान : धरमपुरी (पालघर)
उत्तर →
घरमपुरी (पालघर), 13 अक्तूबर, 2021 गत रविवार को यहाँ के एस. के. पाटील सभागृह में नेत्रोपचार शिविर का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन प्रसिद्ध नेत्र विशेषज्ञ डॉ. दीनानाथ पाध्ये ने किया। चिकित्सक दल में दस डॉक्टर तथा उनके सहायक थे।
घरमपुरी तथा उनके आसपास के अन्य गाँवों के उन लोगों ने इस शिविर से लाभ उठाया, जिन्हें आँखों से संबंधित किसी भी तरह की परेशानियाँ थीं।
इस नेत्र शिविर के संबंध में जानकारी देने के लिए आसपास के गाँवों में काफी प्रचार किया गया था। इसलिए शिविर में भारी संख्या में मरीज आए थे।
इस शिविर में लगभग ढाई सौ लोगों ने अपने नेत्रों की जाँच करवाई। इस अवसर पर मोतियाबिंदु के पच्चीस ऑपरेशन किए गए। अधिकांश मरीजों को दृष्टिदोष पाया गया था। उन्हें मुफ्त चश्मे दिए गए। अनेक लोगों को आवश्यकतानुसार आँख में डालने की दवा दी गई। अंत में डॉक्टरों ने उपस्थित लोगों को आँखों की देखभाल करने के बारे में उपयोगी जानकारी दी। नेत्रोपचार की कार्यवाही सुबह आठ बजे से शाम पाँच बजे तक चली। शिविर की सभी चिकित्सा मुफ्त रखी गई थी।
गाँव के सरपंच बकुल पाटील ने चिकित्सक दल का आभार व्यक्त किया और समय-समय पर ऐसे आयोजन की आवश्यकता बताई।
Answer:
उत्तर →
घरमपुरी (पालघर), 13 अक्तूबर, 2021 गत रविवार को यहाँ के एस. के. पाटील सभागृह में नेत्रोपचार शिविर का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन प्रसिद्ध नेत्र विशेषज्ञ डॉ. दीनानाथ पाध्ये ने किया। चिकित्सक दल में दस डॉक्टर तथा उनके सहायक थे।
घरमपुरी तथा उनके आसपास के अन्य गाँवों के उन लोगों ने इस शिविर से लाभ उठाया, जिन्हें आँखों से संबंधित किसी भी तरह की परेशानियाँ थीं।
इस नेत्र शिविर के संबंध में जानकारी देने के लिए आसपास के गाँवों में काफी प्रचार किया गया था। इसलिए शिविर में भारी संख्या में मरीज आए थे।
इस शिविर में लगभग ढाई सौ लोगों ने अपने नेत्रों की जाँच करवाई। इस अवसर पर मोतियाबिंदु के पच्चीस ऑपरेशन किए गए। अधिकांश मरीजों को दृष्टिदोष पाया गया था। उन्हें मुफ्त चश्मे दिए गए। अनेक लोगों को आवश्यकतानुसार आँख में डालने की दवा दी गई। अंत में डॉक्टरों ने उपस्थित लोगों को आँखों की देखभाल करने के बारे में उपयोगी जानकारी दी। नेत्रोपचार की कार्यवाही सुबह आठ बजे से शाम पाँच बजे तक चली। शिविर की सभी चिकित्सा मुफ्त रखी गई थी।
गाँव के सरपंच बकुल पाटील ने चिकित्सक दल का आभार व्यक्त किया और समय-समय पर ऐसे आयोजन की आवश्यकता बताई।