निम्नलिखित का आशय स्पष्ट कीजिए −
एवरेस्ट जैसे महान अभियान में खतरों को और कभी-कभी तो मृत्यु भी आदमी को सहज भाव से स्वीकार करनी चाहिए।
Answers
Answered by
211
उत्तर :
एवरेस्ट जैसे महान अभियान में खतरों को और कभी-कभी तो मृत्यु भी आदमी को सहज भाव से स्वीकार करनी चाहिए।’
इस पंक्ति में लेखिका यह बताना चाहती हैं कि एवरेस्ट की चोटी पर जाने का अभियान बहुत खतरनाक होता है। तेज हवाओं, हिमपात, बर्फ की चट्टानों के खिसकने आदि का कुछ पता नहीं चलता। इन प्राकृतिक आपदाओं का सामना करते हुए यदि किसी व्यक्ति की मृत्यु भी हो जाए तो उसे भी सहज रुप से स्वीकार कर लेना चाहिए क्योंकि ऐसे महान अभियानों में यह भी संभव है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।
एवरेस्ट जैसे महान अभियान में खतरों को और कभी-कभी तो मृत्यु भी आदमी को सहज भाव से स्वीकार करनी चाहिए।’
इस पंक्ति में लेखिका यह बताना चाहती हैं कि एवरेस्ट की चोटी पर जाने का अभियान बहुत खतरनाक होता है। तेज हवाओं, हिमपात, बर्फ की चट्टानों के खिसकने आदि का कुछ पता नहीं चलता। इन प्राकृतिक आपदाओं का सामना करते हुए यदि किसी व्यक्ति की मृत्यु भी हो जाए तो उसे भी सहज रुप से स्वीकार कर लेना चाहिए क्योंकि ऐसे महान अभियानों में यह भी संभव है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।
Answered by
46
एवरेस्ट जैसे महान अभियान का मौका अधिकतर लोगों को बड़ी मेहनत के बाद भी जीवन में एक बार ही मिलता है। यह अभियान खतरों से भरा होता है। इसमें जान जाने का पूरा अंदेशा रहता है। ऐसे में अगर कोई घबरा जाए तो फिर वह इस अभियान को पूरा करने की हिम्मत खो देगा।
Similar questions