निम्नलिखित के उच्चारण स्थान लिखिए: प, क्, च्, ट्, ज्, अ, ण।
Answers
ह्रस्व स्वर - जिन स्वरों के उच्चारण में कम-से-कम समय लगता हैं उन्हें ह्रस्व स्वर कहते हैं। ये चार हैं- अ, इ, उ, ऋ। इन्हें मूल स्वर भी कहते हैं।
दीर्घ स्वर - जिन स्वरों के उच्चारण में ह्रस्व स्वरों से दुगुना समय लगता है उन्हें दीर्घ स्वर कहते हैं। आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ दीर्घ स्वर के उदाहरण है।
संयुक्त स्वर - दो भिन्न प्रकृति (विजातीय) स्वरों के मिलने से जो स्वर बनते है, उन्हें संयुक्त स्वर कहते है।
प्लुत स्वर - जिन स्वरों के उच्चारण में दीर्घ स्वरों से भी अधिक समय लगता है उन्हें प्लुत स्वर कहते हैं। प्रायः इनका प्रयोग दूर से बुलाने में किया जाता है।
सब कुछ हो गया पराया पराया।
तेरा आना किसी को ना भाया।
मम्मी बोले हाथ धोए।
घर से बाहर कहीं ना जाए।
सखा सहेली सब भूल जाए।
स्कूल की टीचर की याद सताए।
नानी का घर हमें बुलाए।
शोपिंग के लिए मन ललचाए।
बर्थडे फीका फीका पड़ जाए।
ओ कोरोना तू बता हम छोटे छोटे बच्चे कैसे अपना दिल बहलाए।
तेरा भय इतना सताए।
कोरोना तुझसे नहीं डरते हम।
हममें है तुझसे लड़ने का दम।
सोशल डिसटेंसिंग निभाएंगे।
गुड सिटिज़न बनकर दिखाएंगे।
सरकार के रूल्स अपनाएंगे।
घर मे बैठकर तुझे हराएंगे
और फिर अपना जीवन खुशहाल बनाएंगे ।