निम्नलिखित काव्यांश का प्रसंग संदर्भ सहित उत्तर दीजिए
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Answer: ऊँचे कुल का जनमिया, जे करनी ऊँच न होई।
सुबरन कलस सुरा भरा ,साधू निंदा सोई ।।
कबीर जी इस दोहे से बताना चाहते है कि ऊँचे कुल में जन्म लेने से किसी के कर्म ऊँचे नहीं हो जाते है | कोई बड़ा या महान इंसान नहीं बन जाता है| सोने का कलश यदि सुरा से भरा है तो साधु उसकी निंदा ही करेंगे| जिस प्रकार सोने के सोने के वर्तन में हम जहर रखेंगे तो वह अच्छा नहीं हो जाएगा वह जहर ही रहेगा | सब लोग उसकी निंदा ही करेंगे| मनुष्य की पहचना उसके अच्छे गुणों से होती है , उसके अच्छे कर्मों से होती है न कि उसके कुल और जन्म से होती है|
Explanation: PLEASE MARK ME BRAINLIEST
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