Hindi, asked by sikha006hota, 11 months ago

निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछ गए प्रश्ना पा JI
झीलों से निकलती, झरनों से झरती
पर्वतों से उछलती, बड़े-बड़े पत्थरों को तोड़ती
ऊँचाई से कूदती, घाटियों से निकलती
बीहड़ों से लड़ती, जनहीन जंगलों से गुजरती
चाँद तक लहरें उछालती, खिलती खिलखिलाती
सूर्य के घात सहती क्षीण रेखा-सी रह जाती
धूप में चमकती, छाँह में मुसकाती
इठलाती, इतराती, प्यास बुझाती, तप्त गरमी से बचाती
बरखा के मेघ बुलाती, मेघों की बूंदों को एक-एक जोड़ती
उबलती, उबलती, बलखाती, लहराती
अपने ही किनारों के सीमाबंधन तोड़ती
दूर-दूर तक जाकर बंजर धरती को उर्वर बनाती |
(क) नदी पहाड़ों से कैसे निकलकर आगे बढ़ती है ?
(ख) जंगल और मैदान में नदी के रूप में क्या अंतर आता है ? यह अंतर क्यों आता (2)
है ? स्पष्ट कीजिए |
_(2)
(ग) उपर्युक्त काव्यांश में से नदी के दो लाभ ढूँढकर लिखिए |
(2)
अथवा​

Answers

Answered by Anonymous
1

Answer:

hope this would be of some help to u

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