निम्नलिखित काव्यांश के उत्तर दीजिए
q -1 कविता में किसका वर्णन किया है
q -2 काव्यांश में शिशु सा नादान किसे बताया गया है
Q- 3 रात्रि के समय संसार के लोगों को क्या छा जाते हैं
q-4 कवि को नक्षत्रों को देखकर क्या आभास हुआ है
Answers
Answer:
विवाहित महिलाओं द्वारा बोला जाने वाला सबसे बड़ा झूठ :
इनसे पूछना पड़ेगा
और विवाहित पुरुषों द्वारा बोला जाने वाला सबसे बड़ा झूठ :
उससे क्या पूछना !!
- via bkb.ai/jokes
ans 1- कविता में किसी रहस्यमयी अज्ञात सत्ता का वर्णन किया है ।
and 2- संसार को शिशु सा नादान बताया है।
and 3- रात्री के समय संसार के लोग स्वपन में विचरण करते हैं।
answer4 -जैसे कोई रहस्यमयी अज्ञात सत्ता कवि को पुकारा रही हो।
Explanation:
मौन निमंत्रन ( सुमित्रानंदन पंत )
सुमित्रानंदन पंत द्वारा रचित यह कविता पल्लव नामक कविता संग्रह में संग्रहित है एवम इसका प्रकाशन 1923 में हुआ था . यह कविता पंत जी की प्रकृति के प्रति लगाव को एक नया आयाम दिखाती है . कवि इस कविता में अपने जीवन के किसी रहस्यमयी अज्ञात सत्ता का आभास पाता है और उसका सरल जिज्ञासु मन यह नहीं समझ पाता कि वह अज्ञात सत्ता आखिर कौन है ? और उस रहस्यमयी अज्ञात को जानने की जिज्ञासा कवि के इस रचना में हुई है . यहाँ अपने इस कविता में पंत जी अपने भावुक जिज्ञासु मन को धारण कर रात के अंधकार में परिवर्तनशील प्रकृति के विभिन्न रूपो को देखते हैं और अपने जिज्ञासा को व्यक्त करते हुए व्याकुल हो जाते हैं . इस कविता में कवि एक नारी के रूप में अपने जिज्ञासा को व्यक्त करते हैं . जिसके कारण यहाँ पुरुषोचित दम्भ के स्थान पर नारी सुलह , कोमलता और सहजता मुकरित हो उठती है . इस काव्य की गणना छायावाद के श्रेष्ठतम काव्यों में होती है और साथ ही इसे छायावाद के रहस्वादी कविताओं की प्रतिनिधि कविता भी माना जाता है . ' मौन निमंत्रण ' कविता के द्वारा पंत जी कह रहे हैं कि प्रकृति के संकेतों से यह लगता है कि कोई मुझे निमंत्रण दे रहा है परंतु मौन होकर । प्रकृति के आलम्बो के माध्यम से पंत जी ' मौन निमंत्रण ' कविता में अपने विचारो को को बहुत ही अच्छे तरीके से व्यक्त कर रहे हैं । तो चलिए कविता की ओर बढ़ते हैं