निम्नलिखित काव्यांश पर आधारित प्रश्नों के उत्तर अपने शब्दों में लिखिए
सबसे तेज बौछारें गयीं भादों गया
सबेरा हुआ
खरगोश की आँखों जैसा लाल सबेरा
शरद आया पुलों को पार करते हुए
अपनी नयी चमकीली साइकिल तेज़ चलाते हुए
घंटी बजाते हुए ज़ोर-ज़ोर से
चमकीले इशारों से बुलाते हुए।
शरद ऋतु का प्रातक़ाल कैसा होता है
Answers
सबसे तेज बौछारें गयीं भादों गया सबेरा हुआ
खरगोश की आँखों जैसा लाल सबेरा
शरद आया पुलों को पार करते हुए
अपनी नयी चमकीली साइकिल तेज़ चलाते हुए
घंटी बजाते हुए ज़ोर-ज़ोर से
चमकीले इशारों से बुलाते हुए।
प्रश्न : शरद ऋतु का प्रातक़ाल कैसा होता है ?
उत्तर : सूरज की लालिमा बढ़ जाती है | गर्मी राहत मिल जाती है | सवेरा चमकीला होने सा लगता है | फूलों में तितलियाँ घूमती हुई दिखाई देती है | बच्चे भी शरद ऋतु में खेलते हुए दिखाई देते है |
शरद ऋतू में आसमान साफ़ होता है और चन्द्रमा कांच के टुकड़े की तरह चमकता है, यहाँ वहां कुछ सफ़ेद बदल दिखती देता है , आसमान में और चन्द्रमा इन बादलों के साथ लुका छिपी खेलते हुए दिखाई देता है |
चंद्र किरणें धरती पर अपनी अद्भुत छटा बिखेरती है। धरती से आकाश तक स्वच्छ चाँदनी बिछी हुई है। सारा वातावरण इतना आनंदित हो रखा है और ऐसे वातावरण को धरती भी मानों अपनी प्रसन्नता झूमकर अर्थात् पेड़-पौधों के झूमने से व्यक्त कर रही है।