निम्नलिखित कविता को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
एक सुनहरी किरण उसे भी दे दो
भटक रहा जो अँधियारी के वन में
लेकिन जिसके मन में
अभी शेष है चलने की अभिलाषा,
एक सुनहरी किरण उसे भी दे दो।
मौन कर्म में विरत, बद्ध पिंजर में व्याकुल
भूल गया जो दुख जतलाने वाली भाषा
उसको भी वाणी के कुछ क्षण दे दो।
तुम जो सजा रहे हो, ऊँची फुनगी पर के ऊर्ध्वमुखी
नव पल्लव पर आभा की किरणें, तुम जो जगा रहे हो
दल के दल कमलों की आँखों के
सब सोए सपने, तुम जो बिखराते हो भू पर
राशि-राशि सोना, पथ को उद्भासित करने एक किरण से
VHIS/101A
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उसका भी माथा उद्भासित कर दो
एक स्वप्न उसके भी सोए मन में
जाग्रत कर दो, एक सुनहरी किरण उसे भी दे दो।
(क) कवि एक सुनहरी किरण किसे देने को कह रहा है?
(ख) 'वाणी के क्षण' से क्या अभिप्राय है?
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क)कवि एक सुनहरी किरण उसे देने को कह रहा है जो वन मे भटक रहा है।
ख) येतो नहीं पता
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