निम्नलिखित में से कौन सी रचना रसखान की नहीं है? *
प्रेम पच्चीसी
प्रेम वाटिका
सुजान रसखान
रसखान शतक
Answers
Answer:
निम्नलिखित में से कौन सी रचना रसखान की नहीं है
Explanation:
सुजान रसखान .......
Answer:
प्रेम पच्चीसी रसखान की नहीं है.
Explanation:
रसखान दिल्ली के पठान सरदार थे। उन्होंने अपनी प्रेमवाटिका में खुद को शाही परिवार से संबंधित माना है। ऐसा माना जाता है कि वह पठान बादशाह वंश से संबंधित था। रसखान भगवान कृष्ण के प्रबल भक्त और गोस्वामी विट्ठलनाथजी के शिष्य थे। कहा जाता है कि एक समय में उनका एक बनिया के बेटे से गहरा लगाव था।
सैयद इब्राहिम खान (1548-1628) एक भारतीय सूफी मुस्लिम कवि थे जो हिंदू देवता कृष्ण के भक्त बन गए। उनका जन्म या तो पिहानी (हरदोई) [1] या अमरोहा, आधुनिक उत्तर प्रदेश, भारत में हुआ था। उनका मूल नाम सैयद इब्राहिम था और रसखान हिंदी में उनका तहल्लू (कलम नाम) था। अपने प्रारंभिक वर्षों में, वह कृष्ण के अनुयायी बन गए, विट्ठलनाथ से भक्ति मार्ग सीखा और वृंदावन में रहने लगे, जहाँ उन्होंने अपना शेष जीवन बिताया। उन्होंने कृष्ण को सर्वोच्च देवता (स्वयं भगवान) के रूप में स्वीकार किया और वैष्णव बन गए। 1628 ई. में उनकी मृत्यु हो गई। उनकी समाधि मथुरा से लगभग छह मील पूर्व में महाबन में है।
रसखान को व्यापक रूप से एक महान कवि के रूप में स्वीकार किया जाता है, जिन्होंने अपनी अधिकांश रचनाएँ भगवान को समर्पित की हैं। उनकी कविता में एक कल्पना थी। रचनावली रसखान की कविताओं का संग्रह है। उनकी रचनाएँ न केवल भगवान कृष्ण की सुंदरता का वर्णन करती हैं, बल्कि उनकी प्रिय राधा के साथ उनके संबंधों का भी वर्णन करती हैं। उनकी कविता दोहा, पड़ावली और सवैय्या के रूप में है।
रसखान के खारीबोली लेखन असंख्य हैं, जिनमें से पांच सबसे महत्वपूर्ण हैं सुजाना रसखाना, प्रेमावटिका, दनालिला, अस्त्यमा और पादों का संग्रह। इनमें से सबसे प्रसिद्ध प्रेमावटिका ("प्रेम का जंगल") है।
" प्रेम वाटिका " व " सुजान रसखान " , रसखान की दो प्रसिद्ध रचनाएं है।
प्रेम वाटिका
- कवि रसखान ने प्रेम वाटिका की रचना 1671 में की थी। इस कृति में 53 दोहे है।
- कवि रसखान कृष्ण भक्त व भक्तकालीन कवियों में से एक थे।
- प्रेम वाटिका में राधा कृष्ण को मालिन व माली मानकर प्रेम के गूढ़ तत्व निरूपित किया गया है।
- प्रेम वाटिका में प्रेम की परिभाषा , प्रेम प्रभाव व प्रेम की पराकाष्ठा को दिखाया गया है।
सुजान रसखान
- कृष्ण भक्ति के प्रति उनकी अनूरक्ती तो है ही साथ ही कृष्ण भूमि से प्रेम भी उनकी रचना में व्यक्त किया गया है।
- सुजान रसखान में 139 छंद है।
learn more about it
https://brainly.in/question/6482098
https://brainly.in/question/41743013