निम्नलिखित में से प्रत्येक प्रेक्षण पर टिप्पणी लिखिए-
(क) जलीय विलयनों में क्षार धातु आयनों की गतिशीलता < < < < क्रम में होती है।
(ख) लीथियम ऐसी एकमात्र क्षार धातु है, जो नाइट्राइड बनाती है।
(ग) M2+ (aq) +2e- -→ M(S) हेतु E (जहाँ M = Ca, Sr या Ba ) लगभग स्थिरांक है।
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Answer:
आवर्त सारणी के तत्त्व लिथियम (Li), सोडियम (Na), पोटैशियम (K), रुबिडियम (Rb), सीजियम (Cs) और फ्रांसियम (Fr) के समूह को क्षार धातुएँ (Alkali metals) कहते हैं। यह समूह आवर्त सारणी के एस-ब्लॉक में स्थित है।[1] क्षार धातुएँ समान गुण वाली हैं। वे सभी मुलायम, चमकदार तथा मानक ताप तथा दाब पर उच्च अभिक्रियाशील होती हैं तथा कोमलता के कारण एक चाकू से आसानी से काटी जा सकती हैं।[2] चूंकि ये शीघ्र अभिक्रिया करने वाले हैं, अत: वायु तथा इनके बीच की रासायनिक अभिक्रिया को रोकने हेतु इन्हें तेल आदि में संग्रहित रखना चाहिये।[3] यह गैर मुक्त तत्व के रूप में प्राकृतिक रूप से लवण में पाए जाते हैं। सभी खोजे गये क्षार धातुएँ अपनी मात्रा के क्रम में प्रकृति में पाए जाते हैं जिनमें क्रमवार सोडियम जो सबसे आम हैं, तथा इसके बाद पोटैशियम, लिथियम, रुबिडियम, सिज़ियम तथा अंतिम फ्रांसियम, फ्रांसियम अपने उच्च रेडियोधर्मिता के कारण सबसे दुर्लभ है
निम्नोलिखितो में से प्रत्येक प्रेक्षण पर टिप्पणियां लिखा गया है –
क. जलीय बिलयनों में कहर धातु आयोनो की गतिशीलता Li+<Na+<K+<Rb+<Cs+ क्रम में होती है-
• आयन के आयतन जितना छोटा होता है वो उतना जल्दी हाइड्रेटेड हो जाता है इसलिए उसका भर बड़ जाता है और उसकी गतिशीलता घाट जाती है, इसलिए जलीय बिलयनो में कहर धातु आयनो का क्रम है - Li+<Na+<K+<Rb+<Cs+
ख. लिथियम ऐसी एकमात्रो खैर धातु है, जो नाइट्राइड बनाती है-
• Li खार धातु अपने छोटे आयतन के कारण सीधे नाइट्राइड युग्म बना लेता है।
ग. M2+(aq.) + 2e- --------> M(S) हेतु E- ( जहाँ M= Ca,Sr या Ba) लगभाग स्थिरांक है-
• किसी आयन का रिडक्शन पोटेंशियल उसके साबलिमेसन ऊर्जा, आयोनिकरण ऊर्जा और जलयोजन ऊर्जा पे निर्भर करता है। इस आयनो के लिए तीनो ऊर्जा का परिणामी ऊर्जा समान होता है। इसीलिए E- लगभाग स्थिरांक है।