निम्नलिखित मुद्दों के आधार पर चतुष्पादियों का रसास्वादन कीजिए:navnirman ka
(१) रचनाकार का नाम
(२) पसंद की पंक्तियाँ
(३) पसंद आने के कारण
(v) कविता का केंद्रीय भाव
Answers
(१) रचनाकार का नाम
► रचनाकार का नाम है....त्रिलोचन बासुदेव सिंह
(२) पसंद की पंक्तियाँ
►नवयुग के जन तुम आगे आओ,
नवनिर्माण करो तुम जग का।
(३) पसंद आने के कारण
► इन पंक्तियों के पसंद में आने का कारण यह है, क्योंकि इस इन पंक्तियों के माध्यम से कवि के युवाओं को का आह्वान किया है कि वे आगे आकर पुरानी विचारधाराओं, पुरानी प्रथाओं का त्याग कर एक नए संसार की रचना करें, जिससे पुरानी सड़ी-गली कुप्रथा और व्यवस्थाओं का अंत हो तथा एक नये सूरज का उदय हो।
(v) कविता का केंद्रीय भाव
► नव निर्माण कविता का केंद्रीय भाव पुरानी विचारधाराओं, पुरानी आस्थाओं, पुरानी कुरीतियों और विश्वासों का त्याग करना है और नए विचारों का सृजन करना है। नये पथ पर चलकर अंधेरों से बाहर निकलकर का आशाओं का सूरज जगाना है, ताकि एक नवसंसार की रचना हो। परिवर्तन प्रकृति का नियम जो निरंतर परिवर्तित होता रहता है वही टिका रह सकता है।
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Answer: (१) रचनाकार का नाम
रचनाकार का नाम "त्रिलोचन"है । इनका वास्तविक नाम वासुदेव सिंह है ।
(२) पसंद की पंक्तियाँ
मेरी पसंद की पंक्तियाँ निम्नलिखित हैं -
" बल नहीं होता सताने के लिए
वह है पीड़ित को बचाने के लिए ।
बल मिला है तो बल बनो सबके,
उठ पड़ो न्याय दिलाने के लिए ।"
(३) पसंद आने के कारण
उपरोक्त पंक्तियां पसंद आने का कारण यह है कि इनमें.कवि का मानवतावादी स्वर मुखरित हुआ है । वे कहते है कि मनुष्य को बल किसी को पीड़ित या त्रस्त करने के लिए नहीं मिला है वह तो दूसरों को सहायता पहुचाने तथा निर्बलो का सहारा बनने के लिए और न्याय दिलाने के लिए मिला है |
v) कविता का केंद्रीय भाव
कविता का केन्द्रीय भाव है कि हम जीवन में आगे बढ़ने के लिए किसी भी क्षेत्र में चले जाने हेतु स्वछन्द है किन्तु अपनी मातृभूमि को न भुलाए (तात्पर्य है कि मनुष्य को अपनी जड़ो से जुड़े रहना चाहिए ) | हम अतीत का गौरवगान करे और वर्तमान में नवनिर्माण के लिए सारे भेदभाव दूरकर मानवीय मूल्यों के संवाहक बनकर विषमताओं को हटाने का प्रयास करें ताकि मानव समाज को एकसूत्र में पिरोकर प्रगति के नए आयाम व कीर्तिमान स्थापित किए जा सकें |