• निम्नलिखित मुद्दों के आधार पर कहानी लिखकर उसे उचित शीर्षक दीजिए : (पाठ्यपुस्तक पृष्ठ क्र. ४१)
[एक गाँव – दर्जी की दुकान – प्रतिदिन हाथी का दुकान से होकर नदी पर नहाने जाना – दर्जी का हाथी को
केला खिलाना – एक दिन दर्जी को मजाक सूझना – दर्जी द्वारा हाथी को सुई चुभाना – परिणाम – शीर्षक।]
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Answer:
शीर्षक - होशियार हाथी
एक गांव में एक दर्जी की दुकान थी। एक हाथी प्रतिदिन उस दर्जी की दुकान से होकर नदी पर नहाने जाता था क्योंकि वह दर्जी हाथी को रोज केले खिलाता था। 1 दिन दर्जी को मजाक सूझा, दर्जी ने हाथी को केला देते समय हाथी की सूंड मैं सुन चुभा दी। हाथी को बहुत गुस्सा आया, हाथी को एक तरकीब सूझी। हाथी नदी के पास गया और अपनी सूंड में जल लेकर आया और उस दर्जी की दुकान में जाकर वह पानी बिखेर दिया। जिसके कारण दर्जी को अच्छा सबक मिला।
■■"हाथी और दर्जी"■■
एक गाँव में एक हाथी रहता था।उसी गाँव में एक दर्जी की दुकान थी।हाथी और उस दर्जी में अच्छी दोस्ती थी। हाथी नहाने के लिए रोज नदी किनारे जाता था। वह रोज दर्जी की दुकान से होकर नहाने जाता था। दर्जी उसे रोज केला खिलाता था।
एक दिन दर्जी को मजाक सूझा। जब हाथी उसके दुकान पर आया, तो उसे केला देने के बजाय दर्जी ने उसे सुई चुभाई।हाथी को बहुत दर्द हुआ। तभी उसने दर्जी को सबक सिखाने की सोची।
हाथी नदीकिनारे गया, उसने स्नान की और फिर अपनी सूंड में नदी के गंदे पानी को भरकर दर्जी के दुकान पर गया और उसने सारे गंदे पानी को दुकान के कपड़ो पर फेंक दिया, जिस वजह से कपड़े गंदे हुए और दर्जी को बहुत नुकसान हुआ। दर्जी को तभी अपनी गलती का एहसास हुआ।
●कहानी से हमें सीख मिलती है कि, जैसे को तैसा।