निम्नलिखित मुद्दों पर अनुच्छेद लिखिए मेरा प्रिय त्योहार होली
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मेरा प्रिय त्योहार : होली पर अनुच्छेद | Paragraph on My Favourite Festival : Holi in Hindi!
होली मेरा सबसे प्रिय त्योहार है । इस दिन घर-घर में उमंग एवं प्रसन्नता छायी रहती है । बाजारों में कई दिनों पूर्व से ही चहल-पहल देखी जा सकती है । मैं होली के अवसर पर माता-पिता के साथ खरीदारी करने जाता हूँ । नये वस्त्र, रंग, अबीर, पिचकारी आदि की खरीदारी करता हूँ । इनके अलावा पकवानों की सामग्री भी खरीदी जाती है । होली के दिन बहुत धूम- धाम रहती है । मैं अपने मित्रों तथा हमउम्र लोगों पर रंग डालता हूँ । मित्र भी मेरे साथ होली खेलते हैं । पिताजी तथा बुजुर्ग माथे पर गुलाल लगाकर मुझे आशीर्वाद देते हैं । फिर पुए-पकवानों को खाने तथा खिलाने का सिलसिला आरंभ होता है । गिन तथा गलियों में लोग खुश होकर नाचते हैं तथा एक-दूसरे पर रंग डालते हैं । इस दिन लोग आपसी वैर और द्वेष भुलाकर एक-दूसरे से गले मिलते हैं । शाम को ढ़ोल-नगाड़े बजाए जाते हैं । लोग गीत गाकर नाचते हैं । मैं इन कार्यक्रमों में उत्साह से भाग लेता हूँ । रंगों का त्योहार होली मुझे बहुत ही आकर्षक लगता है । यह हमें बुराई से दूर रहने तथा अच्छाई के मार्ग पर चलने की शिक्षा देता है ।
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होली पर निबंध:
होली रंगों का त्योहार है और इस दिन सभी लोग रंगों से खेलते हैं खूब मौज मस्ती करते हैं और अपने परिवार अपने मित्र के साथ समय बिताते हैंI इस दिन हम लोग बड़ों के पैरों पर अभी रखते हैं और बच्चे के साथ खेलते हैंI नए-नए वस्त्र धारण करते हैंI कई तरह के पकवान बनते हैंI
होली की कहानी
एक हिरन्याक्श्यप नाम का राजा था जो खुद को सबसे शक्तिशाली चमत्कार था इसलिए वह भगवान से भी घृणा करता था भगवान सोचता था कि मेरे से ज्यादा शक्तिशाली भगवान नहीं हो सकतेI लेकिन उनका बेटा भगवान विष्णु का परम भक्त थाI उनके पिता उसे खूब समझाते थे कि भगवान से घृणा करो वह हमसे ज्यादा शक्तिशाली नहीं है लेकिन उनका बेटा हमेशा भक्ति में रहता I इस सबसे परेशान होकर एक दिन हिरन्याक्श्यप ने एक योजना बनाई.
जिसके अनुसार उसने अपनी बहन होलिका (होलिका को वरदान प्राप्त था, कि आग पर उसे विजय प्राप्त है, अग्नी जला नहीं सकती) को अग्नी की वेदी पर प्रहलाद को लेकर बैठने को कहा. अपनी बुआ के साथ वेदी पर बैठ गया और आपने भगवान के भक्ति में लीन हो गया भगवान की भक्ति करने लगा पूजा करने लगा अचानक होलिका जलने लगी और उसकी मृत्यु हो गई लेकिन उस राजा का बेटा का मृत्यु नहीं हुआ क्योंकि वह भगवान की भक्ति में लीन थाI होलिका की याद में हम लोग होलिका दहन करते हैं होली के 1 दिन पहले और इसलिए होली और होलिका दहन मनाया जाता हैI
धन्यवाद