Hindi, asked by manavdwivedi, 4 months ago

निम्नलिखित पंक्तियों का आशय स्पष्ट कीजिए।

         यहाँ कोकिला नहीं काक हैं शोर मचाते

         काले-काले कीट भ्रमर का भ्रम उपजाते

         कलियाँ भी अधखिली मिली हैं कंटक कुल से

         वे पौधे वे पुष्प शुष्क हैं अथवा झुलसे। ।​

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Answered by payalkumari8874
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Answer:

कवियत्री का कहना है कि यहां वसंत ऋतु में कोयल नहीं काए हैं जो शोर मचाते हैं और काले काले कीड़े भवरे का भ्रम उपजाते है।वह कहती हैं कि कांटो के झुंड में कलियां भी अधखिली मिली है वसंत ऋतु में वह पेड़ , फूल सूख चुके हैं अथवा झुलसे है।

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