Geography, asked by maahira17, 1 year ago

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 125 शब्दों से अधिक में न दें।
(i) उत्तर भारतीय नदियों की महत्त्वपूर्ण विशेषताएँ क्या हैं? ये प्रायद्वीपीय नदियों से किस प्रकार भिन्न हैं?
(ii) मान लीजिए आप हिमालय के गिरिपद के साथ-साथ हरिद्वार से सिलीगुड़ी तक यात्रा कर रहे हैं। इस मार्ग में आने वाली मुख्य नदियों के नाम बताएँ। इनमें से किसी एक नदी की विशेषताओं का भी वर्णन करें।

Answers

Answered by nikitasingh79
11

Answer with Explanation:

(i) उत्तर भारतीय नदियों की महत्त्वपूर्ण विशेषताएँ निम्न प्रकार से हैं :  

उत्तरी भारत की अधिकांश नदियां हिमालय पर्वत से ही निकलती है। यह नदियां बर्फीली पर्वतों से निकलने के कारण वर्ष भर बहती हैं । कई नदियां हिमालय पर्वत से भी पुरानी है । पर्वतीय भागों में अनेक तंग गहरी घाटियां बनाती है ,परंतु मैदानी भाग में निक्षेप का कार्य अधिक करती हैं । इन नदियों द्वारा निक्षेप से ही विशाल मैदान का निर्माण हुआ है। उत्तरी मैदान को गंगा का वरदान कहा जाता है। उसकी मैदान की नदियां पश्चिम में पंजाब से लेकर पूर्व में असम तक बहती हैं। इसकी मुख्य नदियां हैं सिंधु, गंगा तथा ब्रह्मपुत्र।  

उत्तर भारतीय की नदियां प्रायद्वीपीय नदियों से निम्न प्रकार से भिन्न हैं :  

  • उत्तरी भारत की नदियां अधिक लंबी हैं जबकि प्रायद्वीप की नदियां इतनी अधिक लंबी नहीं है।  
  • उत्तरी भारत की नदियों की संख्या अधिक है पर प्रायद्वीप की नदियों की संख्या कम है।  
  • उत्तरी भारत की नदियों के बेसिन काफी बड़े हैं तथा अपवहन क्षेत्र बहुत बड़े हैं पर प्रायद्वीप की नदियों के बेसिन तथा अपवहन क्षेत्र छोटे हैं।
  • उत्तर भारत की नदियां बारहमासी नदियां हैं जबकि प्रायद्वीप की नदियां मानसूनी नदियां हैं।
  • उत्तर भारत की नदियां गहरे गार्ज बनाती हैं जबकि प्रायद्वीप की नदियां उथली घाटियों में बहती है।  
  • उत्तर भारत की नदियां पूर्ववर्ती नदियां हैं जबकि प्रायद्वीप की नदियां अनुवर्ती नदियां हैं।  

(ii) हिमालय के गिरिपद के साथ-साथ हरिद्वार से सिलीगुड़ी तक यात्रा कर रहे हैं। इस मार्ग में आने वाली मुख्य नदियों के नाम निम्न प्रकार से हैं :  

गंगा, यमुना ,गोमती, रामगंगा, शारदा, गंडक ,घागरा, गंडक,  कोसी , महानदी आदि ।  

गंगा नदी की विशेषता का वर्णन  :  

गंगा नदी भारत की सबसे पवित्र नदी है भारत की धार्मिक तथा सांस्कृतिक रूपरेखा पर इसका विशेष प्रभाव है। यह नदी हिमालय पर्वत में गोमुख नदी से निकलती है इसी स्थान पर से गंगोत्री कहते हैं। इसका विकास भागीरथी तथा अलकनंदा नदियों द्वारा होता है। 290 किलोमीटर पर्वतीय प्रदेश से निकलकर हरिद्वार के निकट मैदानी भाग में प्रवेश करती है। इलाहाबाद के निकट इसमें यमुना नदी आकर मिल जाती है। यह स्थान संगम के नाम से प्रसिद्ध है। इससे आगे उत्तर की ओर से गोमती , घाघरा,गंडक  तथा कोसी की सहायक नदियां मिलती हैं। दक्षिण की ओर से सोन नदी आकर मिलती है। बंगाल की खाड़ी में गिरने से पहले एक विशाल डेल्टा का निर्माण करती है । गंगा का डेल्टा सुंदरवन विश्व का सबसे बड़ा डेल्टा है। उद्गम से लेकर डेल्टा तक इसकी लंबाई 2525 किलोमीटर है। किनारे पर हरिद्वार, कानपुर ,इलाहाबाद ,वाराणसी ,पटना ,कोलकाता आदि महत्वपूर्ण नगर बसे हैं।  

आशा है कि यह उत्तर आपकी अवश्य मदद करेगा।।।।

 

इस पाठ से संबंधित कुछ और प्रश्न :  

निम्न में अंतर स्पष्ट करें :

(i) नदी द्रोणी और जल-संभर;

(ii) वृक्षाकार और जालीनुमा अपवाह प्रारूप

(iii) अपकेंद्रीय और अभिकेंद्रीय अपवाह प्रारूप;

(iv) डेल्टा और ज्वारनदमुख।

https://brainly.in/question/12235058

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दें।

(i) भारत में नदियों को आपस में जोड़ने के सामाजिक-आर्थिक लाभ क्या हैं?

(ii) प्रायद्वीपीय नदी के तीन लक्षण लिखें।

https://brainly.in/question/12236004

Answered by chetanpanthi869
0

Answer:

हिमालय नदियां प्रदिप्य नदियों से किस प्रकार भिन्न है

Similar questions