निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए −
बुढ़िया के दु:ख को देखकर लेखक को अपने पड़ोस की संभ्रांत महिला की याद क्यों आई?
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उत्तर :
रोती हुई बुढ़िया को देखकर लेखक को अपने पड़ोस में पुत्र की मृत्यु से दुखी संभ्रांत महिला की याद आ गई ,जो अढा़ई मास तक पलंग से खड़ी न हो सकी थी तथा वह १५- १५ मिनट में अपने पुत्र के वियोग में बेहोश हो जाती थी। दो-दो डॉक्टर हर समय उसकी सेवा के लिए उसके सामने बैठे रहते थे। जबकि इस बुढ़िया को अगले ही दिन बाजार में खरबूजे बेचने आना पड़ा क्योंकि उसके परिवार की स्थिति बहुत दयनीय थी उसकी बहू बुखार से तप रही थी उसकी दवा का प्रबंध करना था और उसके पोता पोती भूख से बिलख रहे थे। ।लेखक इस तुलना के फलस्वरुप अत्यंत बेचैन हो गया।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।
रोती हुई बुढ़िया को देखकर लेखक को अपने पड़ोस में पुत्र की मृत्यु से दुखी संभ्रांत महिला की याद आ गई ,जो अढा़ई मास तक पलंग से खड़ी न हो सकी थी तथा वह १५- १५ मिनट में अपने पुत्र के वियोग में बेहोश हो जाती थी। दो-दो डॉक्टर हर समय उसकी सेवा के लिए उसके सामने बैठे रहते थे। जबकि इस बुढ़िया को अगले ही दिन बाजार में खरबूजे बेचने आना पड़ा क्योंकि उसके परिवार की स्थिति बहुत दयनीय थी उसकी बहू बुखार से तप रही थी उसकी दवा का प्रबंध करना था और उसके पोता पोती भूख से बिलख रहे थे। ।लेखक इस तुलना के फलस्वरुप अत्यंत बेचैन हो गया।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।
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Answer:
Budhiya bahot gareeb thi aur uske jawan bete ki mrityu ho gai thi ab uske paas tarbooj bechane ke alava aur loi character nahi tha taki vo apne pote aur poti ka pet bhar sake
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