निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए −
रामन् की खोज 'रामन् प्रभाव' क्या है? स्पष्ट कीजिए।
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उत्तर :
रामन् ने अनेक ठोस रवों और तरल पदार्थों पर प्रकाश की किरण के प्रभाव का अध्ययन किया था। इसी के परिणाम को ‘रामन प्रभाव’ कहा गया। इसके अनुसार जब एक वर्णीय प्रकाश की किरण किसी तरल या ठोस रवेदार चीज से गुजरती है तो गुजरने के बाद उसके वर्ण या रंग में बदलाव आता है। इसका कारण यह होता है कि एक वर्णीय प्रकाश की किरण के फोटोन जब तरल या ठोस रवे से गुजरते हैं तो इनके अणुओं से टकराते हैं। इस कारण वे या तो ऊर्जा का कुछ हिस्सा खो देते हैं या पा जाते हैं। दोनों ही परिस्थितियों में प्रकाश के वर्ण अथवा रंग में बदलाव आता है। एक वर्णीय प्रकाश की किरण में सबसे अधिक उर्जा बैंगनी रंग के प्रकाश में होती है। इसके बाद नीले ,आसमानी, हरे, पीले, नारंगी और लाल रंग आते हैं। एक वर्णीय प्रकाश तरल या ठोस रवे से गुजरते हुए जिस परिणाम में ऊर्जा खोता या पाता है, उसी हिसाब से उसके रंग में बदलाव होता है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।
रामन् ने अनेक ठोस रवों और तरल पदार्थों पर प्रकाश की किरण के प्रभाव का अध्ययन किया था। इसी के परिणाम को ‘रामन प्रभाव’ कहा गया। इसके अनुसार जब एक वर्णीय प्रकाश की किरण किसी तरल या ठोस रवेदार चीज से गुजरती है तो गुजरने के बाद उसके वर्ण या रंग में बदलाव आता है। इसका कारण यह होता है कि एक वर्णीय प्रकाश की किरण के फोटोन जब तरल या ठोस रवे से गुजरते हैं तो इनके अणुओं से टकराते हैं। इस कारण वे या तो ऊर्जा का कुछ हिस्सा खो देते हैं या पा जाते हैं। दोनों ही परिस्थितियों में प्रकाश के वर्ण अथवा रंग में बदलाव आता है। एक वर्णीय प्रकाश की किरण में सबसे अधिक उर्जा बैंगनी रंग के प्रकाश में होती है। इसके बाद नीले ,आसमानी, हरे, पीले, नारंगी और लाल रंग आते हैं। एक वर्णीय प्रकाश तरल या ठोस रवे से गुजरते हुए जिस परिणाम में ऊर्जा खोता या पाता है, उसी हिसाब से उसके रंग में बदलाव होता है।
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