निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए −
तीसरे दिन सुबह अतिथि ने क्या कहा?
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उत्तर :
तीसरे दिन सुबह अतिथि ने कहा कि मैं धोबी को धोने के लिए कपड़े देना चाहता हूं।
**इस पाठ ‘तुम कब जाओगे ,अतिथि’ के लेखक शरद जोशी है। शरद जोशी हिंदी के श्रेष्ठ व्यंग लेखकों में से एक हैं। इस पाठ में लेखक ने उन लोगों पर हास्य किया है ,जो अपने किसी जान पहचान वाले के घर बिना सूचना दिए आ जाते हैं फिर वहां से जाने तक का नाम नहीं लेते।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।
तीसरे दिन सुबह अतिथि ने कहा कि मैं धोबी को धोने के लिए कपड़े देना चाहता हूं।
**इस पाठ ‘तुम कब जाओगे ,अतिथि’ के लेखक शरद जोशी है। शरद जोशी हिंदी के श्रेष्ठ व्यंग लेखकों में से एक हैं। इस पाठ में लेखक ने उन लोगों पर हास्य किया है ,जो अपने किसी जान पहचान वाले के घर बिना सूचना दिए आ जाते हैं फिर वहां से जाने तक का नाम नहीं लेते।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।
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तीसरे दिन सुबह अतिथि ने कहा कि वह धोबी को कपड़े देना चाहता हैं
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