निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक या दो पंक्तियों में दीजिए-
(1) तुलसीदास जी के अनुसार राम जी के निर्मल यश का गान करने से कौन से चार फल
मिलते हैं?
(2) मन के भीतर और बाहर उजाला करने के लिए तुलसी कौन सा दीपक हृदय में रखने
की बात करते हैं?
3) संत किस की भाँति नीर-क्षीर विवेक करते हैं ?
.) तुलसीदास के अनुसार भव सागर को कैसे पार किया जा सकता है ?
जो व्यक्ति दूसरों के सुख और समृद्धि को देखकर ईर्ष्या से जलता है, उसे भाग्य में
क्या मिलता है?
रामभक्ति के लिए गोस्वामी तुलसीदास किसकी आवश्यकता बतलाते हैं?
Answers
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक या दो पंक्तियों में दीजिए-
(1) तुलसीदास जी के अनुसार राम जी के निर्मल यश का गान करने से कौन से चार फल मिलते हैं?
उत्तर : तुलसी के अनुसार श्रीराम के निर्मल यश का गान करने से धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष ये चारों फल प्राप्त होते हैं। तुलसी दास जी अपने दोहे के माध्यम से कहते हैं
(2) मन के भीतर और बाहर उजाला करने के लिए तुलसी कौन सा दीपक हृदय में रखने की बात करते हैं?
उत्तर : मन के भीतर और बाहर उजाला करने के लिए तुलसीदास राम नाम रूपी मणियों का दीपक हृदय में रखने की बात करते हैं।
(3) संत किस की भाँति नीर-क्षीर विवेक करते हैं ?
उत्तर : संत हंस की भांति नीर क्षीर विवेक करते हैं।
(4) तुलसीदास के अनुसार भव सागर को कैसे पार किया जा सकता है ?
उत्तर : भगवान राम से सच्चा प्रेम करते ही इस संसार रूपी भवसागर को पार किया जा सकता है।
(5) जो व्यक्ति दूसरों के सुख और समृद्धि को देखकर ईर्ष्या से जलता है, उसे भाग्य में क्या मिलता है?
उत्तर : तुलसीदास के अनुसार जो व्यक्ति दूसरों के सुख और समृद्धि को देखकर जलता है, उसे भाग्य में भलाई और समृद्धि नहीं मिलती, दुख और मुसीबत मिलती है।
(6) रामभक्ति के लिए गोस्वामी तुलसीदास किसकी आवश्यकता बतलाते हैं?
उत्तर : राम भक्ति के लिए तुलसीदास सच्चे और अटूट विश्वास की आवश्यकता बताते हैं।