निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
(क) वाच्य किसे कहते हैं? उदाहरण देकर समझाइए।
(ख) वाच्य के कितने भेद हैं? प्रत्येक के दो-दो उदाहरण दीजिए।
Answers
Answer:
क्रिया के जिस रुप से यह जाना जाए कि वाक्य में क्रिया का संबंध करता
Answer:
क्रिया के उस परिवर्तन को वाच्य कहते हैं, जिसके द्वारा इस बात का बोध होता है कि वाक्य के अन्तर्गत कर्ता, कर्म या भाव में से किसकी प्रधानता है। दूसरे शब्दों में- क्रिया के जिस रूपान्तर से यह ज्ञात हो कि वाक्य में प्रयुक्त क्रिया का प्रधान विषय कर्ता, कर्म अथवा भाव है, उसे वाच्य कहते हैं।
वाच्य के भेद –
कर्तृवाच्य
कर्मवाच्य
भाववाच्य
1. कर्तृवाच्य :–
जिस वाक्य में कर्ता मुख्य हो और क्रिया कर्ता के लिंग, वचन एवं पुरूष के अनुसार हो, उसे कर्तृवाच्य कहते है।
जैसे –
a) लड़किया बाजार जा रही है।
b) मै रामायण पढ़ रही है।
2. कर्मवाच्य :–
जिस वाक्य में कर्म मुख्य हो तथा इसकी सकर्मक क्रिया के लिंग, वचन व पुरूष कर्म के अनुसार हो, उसे कर्मवाच्य कहते हैं।
जैसे –
a) लड़कियों द्वारा बाजार जाया जा रहा है।
b) मेरे द्वारा रामायण पढ़ी जा रही है।
3. भाववाच्य :–
जिस वाक्य में अकर्मक क्रिया का भाव मुख्य हो, उसे भाववाच्य कहते हैं |
जैसे –
a) हमसे वहाँ नहीं ठहरा जाता।
b) उससे आगे क्यों नहीं पढ़ा जाता। ‘