निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखें-
(क) मेरे संग की औरते पाठ में कौन-कौन से जीवन मूल्य उभर कर आते हैं लिखिए।
(ख) मेरे संग की औरतें पाठ में लेखिका की परदादी के उन मूल्यो का उल्लेख कीजिये, जिन्हे आप
अपनाना चाहेंगे।
Answers
मेरे संग की औरतें
“मेरे संग की औरतें” पाठ ‘मृदुला गर्ग’ द्वारा लिखा हुआ एक संस्मरण है जो लेखिका की वास्तविक जिंदगी से प्रेरित है।
इस पाठ में लेखिका ने अपने परिवार की औरतों के व्यक्तित्व और उनके स्वभाव की प्रकाश डाला है जिसमें लेखिका की नानी, दादी, परदादी, माँ और चार बहनें शामिल हैं। लेखिका पांच बहने और एक भाई थे।
(क)
‘मेरे संग की औरते’ पाठ में संयुक्त परिवार की महत्ता और और उसके सांस्कृतिक मूल्य उभर कर सामने आते हैं। लेखिका स्वयं एक संयुक्त और बड़े परिवार में पली-बढ़ी। लेखिका के परिवार का माहौल भी प्रगतिशील था और सबको अपने ढंग से जीने का आजादी थी। किसी के निजी जीवन में कोई हस्तक्षेप नही था। इस पाठ में महिलाओं का महत्व तथा पुरुषों के समान अधिकार वाले मूल्य उभरकर सामने आते हैं।
(ख)
‘मेरे संग की औरते’ पाठ में लेखिका की परदादी प्रगतिशील विचारों की प्रतीत होती हैं। उस दौर में जब पुरुष सत्ता प्रधान इस समाज में हमेशा पुत्र की कामना की जाती है। तब लेखिका की परदादी ने अपनी पतोहू (पोते की पत्नी) के लिये पुत्री की कामना की। उनकी इस बात ने महिला को पुरुष के समान महत्व देने की पहल की शुरुआत की। उनका ये कदम उस दौर में एक साहसिक कदम था। इससे उनकी निडरता और प्रगतिशीलता प्रकट होती है।
उनका जीवन भी अत्यन्त सादगी भरा था। उन्होंने व्रत ले रखा था कि अपने पास दो धोती से अधिक नही रखेंगी। अगर तीसरी धोती हुई तो वो उसे दान कर देंगी।
परदादी के महिलाओं के समान अधिकार के लिये कदम उठाने और सादगीवाला त्यागपूर्ण जीवन जीने वाले मूल्यों को हम अपने जीवन में अपनाना चाहेंगे।
Explanation:
Q2. लेखिका की पांच बहनों के नाम बताइए|