निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दें।
(ii) आप उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण से क्या समझते हैं? इन्होंने भारत के औद्योगिक विकास में किस प्रकार से सहायता की है?
Answers
(ii) उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण :
उदारीकरण :
यह आर्थिक विकास की एक प्रक्रिया है, जिसके अंतर्गत किसी अर्थव्यवस्था में व्याप्त कठिनाई को दूर करने के लिए आयात निर्यात एवं निवेश से जुड़े प्रशुल्कों में कटौती कर उन्हें लचीला बनाया जाता है , जिससे कि निवेश को गति प्रदान हो और पूंजी की उपलब्धता सुनिश्चित हो।
निजीकरण :
अर्थव्यवस्था में पूंजी निवेश बढ़ाने के लिए जब व्यक्तिगत क्षेत्रों से पूंजी ग्रहित की जाती है या व्यक्तिगत क्षेत्र को जब उद्योग स्थापित करने की अनुमति होती है , तो यह प्रक्रिया निजीकरण कहलाती है।
वैश्वीकरण :
यह एक आधुनिक अवधारणा है इस का सामान्य अर्थ देश की अर्थव्यवस्था को विश्व की अर्थव्यवस्था से एकीकृत करना है। इसके लिए आयात एवं निर्यात प्रशुल्कों में कमी की जाती है। इससे पूंजी के साथ-साथ वस्तुएं एवं सेवाएं तथा श्रमिकों का आसानी से आदान-प्रदान होता है।
भारत के औद्योगिक विकास में इन प्रक्रियाओं से बहुत सहायता मिली है जो निम्न प्रकार से है :
- प्रत्यक्ष विदेशी निवेश से देश में उद्योगों की स्थापना एवं विकास से पूंजी की उपलब्धता में सहायता मिली।
- व्यापार प्रतिबंधों के समाप्त होने से देश में विदेशी कंपनियों का प्रवेश हुआ, जिससे नई प्रौद्योगिकी एवं उत्तम उत्पादों का बाजार में प्रचलन बढ़ा एवं भारतीय उद्योगों में भी एक प्रतिस्पर्धा बढ़ी।
- भारतीय कंपनियां विदेशी सहयोग से भारत में उद्यम स्थापित करने के साथ ही विदेशों में भी उद्योग स्थापित करने में सक्षम हो गई।
आशा है कि यह उत्तर आपकी अवश्य मदद करेगा।।।।
इस पाठ (निर्माण उद्योग) के सभी प्रश्न उत्तर :
https://brainly.in/question/15140682#
इस पाठ से संबंधित कुछ और प्रश्न :
निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दें।
(i) 'स्वदेशी' आंदोलन ने सूती वस्त्र उद्योग को किस प्रकार विशेष प्रोत्साहन दिया?
https://brainly.in/question/15141245#
निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर लगभग 30 शब्दों में दें।
(i) लोहा इस्पात उद्योग किसी देश के औद्योगिक विकास का आधार है, ऐसा क्यों?
(ii) सूती वस्त्र उद्योग के दो सेक्टरों के नाम बताइए। वे किस प्रकार भिन्न हैं?
(iii) चीनी उद्योग एक मौसमी उद्योग क्यों है?
(iv) पेट्रो-रासायनिक उद्योग के लिए कच्चा माल क्या है? इस उद्योग के कुछ उत्पादों के नाम बताइए।
(v) भारत में सूचना प्रौद्योगिकी क्रांति के प्रमुख प्रभाव क्या हैं?
https://brainly.in/question/15141155#
★ उत्तर :-
1991 में नई औद्योगिक नीति की घोषणा की गई थी। इस नीति के प्रमुख उद्देश्य पहले से किए गए लाभ पर निर्माण करना, विकृतियों या कमजोरियों को ठीक करना, जो उत्पादकता में वृद्धि और लाभकारी रोजगार में निरंतर वृद्धि बनाए रखते हैं और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा प्राप्त करते हैं।
निजीकरण का मतलब सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योगों को निजी क्षेत्र में परिवर्तित करना है। इसने सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योगों के महत्व को कम कर दिया है।
वैश्वीकरण का अर्थ है देश की अर्थव्यवस्था को विश्व अर्थव्यवस्था के साथ एकीकृत करना।
नई औद्योगिक नीति में, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को आर्थिक विकास के उच्च स्तर को प्राप्त करने के लिए घरेलू निवेश के पूरक के रूप में देखा गया है। एफडीआई घरेलू उद्योग के साथ-साथ उपभोक्ताओं को तकनीकी उन्नयन, वैश्विक प्रबंधकीय कौशल और प्रथाओं तक पहुंच, प्राकृतिक और मानव संसाधनों का अनुकूलतम उपयोग आदि प्रदान करके लाभान्वित करता है।
भारतीय संदर्भ में, वैश्वीकरण का तात्पर्य है:
- भारत में अर्थव्यवस्थाओं की गतिविधि के विभिन्न क्षेत्रों में निवेश करने के लिए विदेशी कंपनियों को सुविधाएं प्रदान करके विदेशी प्रत्यक्ष निवेश के लिए अर्थव्यवस्था का उद्घाटन;
- भारत में बहुराष्ट्रीय कंपनियों के प्रवेश पर प्रतिबंध और बाधाओं को हटाना;
- भारतीय कंपनियों को भारत में विदेशी सहयोग में प्रवेश करने की अनुमति देना और उन्हें विदेशों में संयुक्त उद्यम स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करना।