Geography, asked by maahira17, 8 months ago

निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर लगभग 150 शब्दों में दें।
(i) सूखा संभावी क्षेत्र कार्यक्रम पर सक्षिप्त टिप्पणी लिखें। यह कार्यक्रम देश में शुष्क भूमि कृषि विकास में कैसे सहायक है?

Answers

Answered by nikitasingh79
7

(i) सूखा संभावी क्षेत्र कार्यक्रम पर सक्षिप्त टिप्पणी :  

सूखा संभावित क्षेत्र कार्यक्रम चौथी पंचवर्षीय योजना में शुरू किया गया था। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सूखा संभावित क्षेत्रों में लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाना और उत्पादन के साधनों का विकास करना था। इसके कार्यक्षेत्र का विस्तार पांचवी पंचवर्षीय योजना में किया गया। शुरुआती दौर में इस कार्यक्रम में सिविल निर्माण कार्य पर बल दिया गया परंतु बाद में सिंचाई , वनीकरण ,चरागाह आदि एवं सड़क विद्युत जैसी आधारभूत अवसंरचनाओं पर बल दिया गया । सूखा संभावी क्षेत्र कार्यक्रम का प्रभाव मुख्यतः कृषि एवं कृषि से सम्बद्ध क्षेत्रों तक सीमित है, साथ ही इसमें पर्यावरण को संतुलित करने पर बल दिया गया।  

शुष्क भूमि कृषि विकास में योगदान :  

भारत में सूखा संभावित क्षेत्र मुख्यतः राजस्थान , गुजरात, पश्चिम मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र , आंध्र प्रदेश के रायलसीमा और तेलंगाना पठार, कर्नाटक पठार , तमिलनाडु की उच्च भूमि तथा आंतरिक भाग के शुष्क और अर्द्ध शुष्क भाग में फैला हुआ है । सिंचाई के प्रसार के कारण पंजाब, हरियाणा और उत्तरी राजस्थान के सूखा प्रभावित क्षेत्र पर सूखे का प्रभाव नहीं होता है।

आशा है कि यह उत्तर आपकी अवश्य मदद करेगा।।।।

इस पाठ  (भारत के संदर्भ में नियोजन और सततपोषणीय विकास) के सभी प्रश्न उत्तर :  

https://brainly.in/question/15151673#

इस पाठ से संबंधित कुछ और प्रश्न :

नीचे दिए गए चार विकल्पों में से सही उत्तर को चुनिए।

(i) प्रदेशीय नियोजन का संबंध है-

(क) आर्थिक व्यवस्था के विभिन्न सेक्टरों का विकास (ग) परिवहन जल तंत्र में क्षेत्रीय अंतर

(ख) क्षेत्र विशेष के विकास का उपागम (घ) ग्रामीण क्षेत्रों का विकास

(ii) आई.टी.डी.पी. निम्नलिखित में से किस संदर्भ में वर्णित है?

(क) समन्वित पर्यटन विकास प्रोग्राम (ग) समन्वित जनजातीय विकास प्रोग्राम

(ख) समन्वित यात्रा विकास प्रोग्राम (घ) समन्वित परिवहन विकास प्रोग्राम

(iii) इंदिरा गाँधी नहर कमान क्षेत्र में सतत पोषणीव विकास के लिए इनमें से कौन-सा सबसे महत्वपूर्ण कारक है?

(क) कृषि विकास (ग) परिवहन विकास

(ख) पारितंत्र-विकास (घ) भूमि उपनिवेशन  

https://brainly.in/question/15151718#

निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर लगभग 30 शब्दों में दें।

(i) भरमौर जनजातीय क्षेत्र में समन्वित जनजातीय विकास कार्यक्रम के सामाजिक लाभ क्या हैं?

(ii) सतत पोषणीय विकास की संकल्पना को परिभाषित करें।

(iii) इंदिरा गांधी नहर कमान क्षेत्र का सिंचाई पर क्या सकारात्मक प्रभाव पड़ा?  

https://brainly.in/question/15151746#

Answered by Anonymous
7

उत्तर :-

4 वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान, सूखा प्रवण क्षेत्र कार्यक्रम के उद्देश्य लोगों को सूखा प्रभावित क्षेत्रों में रोजगार प्रदान करना और उत्पादक संपत्ति बनाना था। कार्यक्रम ने शुरू में श्रम-गहन नागरिक कार्यों के निर्माण पर जोर दिया। लेकिन बाद में, इसने सिंचाई परियोजनाओं, भूमि विकास कार्यक्रमों, वनीकरण, चारागाह विकास और बुनियादी ग्रामीण बुनियादी ढांचे की कसौटी पर जोर दिया, जैसे कि बिजली, बाजार, ऋण और सेवाएं।

पिछड़े क्षेत्र के विकास पर राष्ट्रीय समिति ने देखा कि यह कार्यक्रम काफी हद तक पारिस्थितिक संतुलन को बहाल करने पर प्रमुख ध्यान देने के साथ कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के विकास तक ही सीमित है। इसके अलावा, जैसा कि बढ़ती जनसंख्या दबाव समाज को कृषि के लिए सीमांत भूमि का उपयोग करने के लिए मजबूर कर रहा है, और जिससे पारिस्थितिक क्षरण हो रहा है, सूखाग्रस्त क्षेत्रों में रोजगार के वैकल्पिक अवसर पैदा करने की आवश्यकता है।

भारत के योजना आयोग (1967) ने देश के 67 जिलों की पहचान की जिसमें सूखे की आशंका थी। ये जिले राजस्थान, गुजरात, पश्चिमी मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र, रायलसीमा और तेलंगाना पठारों, कर्नाटक के पठार और तमिलनाडु के हाइलैंड्स और आंतरिक भागों में फैले हुए हैं।

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