निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिए।(i) व्याख्या करें कि जल किस प्रकार नवीकरण योग्य संसाधन है? (ii) जल दुर्लभता क्या है और इसके मुख्य कारण क्या हैं? (iii) बहुउद्देशीय परियोजनाओं से होने वाले लाभ और हानियों की तुलना करें।
Answers
उत्तर :
(i) व्याख्या : जल नवीकरण योग्य संसाधन है
धरातल का तीन चौथाई भाग जल से घिरा हुआ है, परंतु ताजे जल की मात्रा बहुत ही कम है। ताजा स्वच्छ जल मुख्यतः धरातल पर रहने वाले तथा भौमजल से प्राप्त किया जाता है । इस जल की जल चक्र द्वारा पुनः प्राप्ति होती रही है। इस प्रकार जल का नवीकरण होता रहता है । जल चक्र में चलने वाला समस्त जल इस बात की पुष्टि करता है जल एक नवीकरण योग्य संसाधन है।
(ii) जल दुर्लभता :
जल दुर्लभता अथवा जल अभाव से अभिप्राय आवश्यकता के अनुसार जल की प्राप्ति न हो पाने से है।
जल के अभाव के समस्या तब उत्पन्न होती है जब जल की प्रति व्यक्ति प्रतिदिन उपलब्धता हजार घन मीटर से कम हो।
जल दुर्लभता के मुख्य कारण निम्न प्रकार से हैं:
१.वर्षा की कमी : वर्षा की कमी वाले क्षेत्रों में अकसर जल का अभाव रहता है । मानसूनी वर्षा के अनुमान से कम होने पर भी जल की मौसम दुर्लभता उत्पन्न हो जाती है।
२. अधिक जनसंख्या : अधिक जनसंख्या के कारण विभिन्न कार्यों के लिए जल की मांग बढ़ जाती है ,इसकी आपूर्ति नहीं हो पाती इससे जल की समस्या पैदा हो जाती है।
३. जल का अधिक शोषण : कृषि तथा उद्योगों के विस्तार से जल का अत्यधिक शोषण होने लगा है इसके फलस्वरूप जल के अभाव की गंभीर समस्या उत्पन्न होती जा रही है।
४. जल का प्रदूषण : आज मानव के अनेक क्रिया कलापों तथा सूझबूझ की कमी से प्रयोग में आ सकने वाला बहुत सा जल प्रदूषित हो चुका है। इससे भी जल आपूर्ति की समस्या बढ़ गई है।
(iii) बहुउद्देशीय परियोजनाओं से होने वाले लाभ और हानियों की तुलना निम्न प्रकार से हैं:
लाभ :
१.इन परियोजनाओं के अंतर्गत नदी पर बांध बनाया जाता है या मुख्य नदी और उसकी सहायक नदियों पर छोटे छोटे बांधों की एक श्रृंखला बनाई जाती है। विशाल बांधों के पीछे बनी जिलों में भारी मात्रा में वर्षा का पानी इकट्ठा हो जाता है । इससे बाढ़ो के नियंत्रण और मृदा के संरक्षण में सहायता मिलती है । गर्मी के मौसम में जब पानी की बहुत आवश्यकता होती है तब इन झीलों के पानी से खेतों की सिंचाई की जाती है।
२.इन बांधों के जल ग्रहण क्षेत्र में योजनाबद्ध तरीकों से वृक्षारोपण किया जाता है। इससे वन्य भूमि पारितंत्र के संरक्षण में सहायता मिलती है।
३.इस प्रकार से विकसित वन्य भूमि में वन्यजीवों को आश्रय मिलता है।
४.बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजनाओं के अंतर्गत नदियों और नहरों से अंत: स्थलीय नौका परिवहन की सुविधा मिल जाती है।
५.इन परियोजनाओं का एक अन्य आर्थिक लाभ मछली उत्पादन के रूप में मिलता है।
६.वैज्ञानिक रीति से विकसित तथा सुव्यवस्थित नदी घाटी परियोजनाएं पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन जाता है।
हानियां :
१.बांधों के कारण नदी कई खंडों में बढ़ जाती है। इससे जलीय प्राणियों के प्रवास में बाधा पड़ती है। उन्हें अंडे देने में भी कठिनाई आती है।
२.यदि बाढ़ के मैदानों पर जलाशय बनाए जाते हैं, तो वहां के वनस्पति नष्ट हो जाती है और उपजाऊ मिट्टी जल में समा जाती है।
३.नदी जल को नियंत्रित करने तथा बांध बनाने से नदी जल के प्राकृतिक बहाव में बाधा पड़ती है।
४. बांधों के कारण स्थाई समुदायों का बड़े पैमाने पर विस्थापन होता है। जिसके कारण उनकी भूमि और आजीविका का साधन छिन जाता है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।