निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में लिखिए:
(अ)संपादन से क्या तात्पर्य है?
(ब)वॉच डॉन पत्रकारिता क्या है ?
(स)स्वतंत्र फ्रीलांसर पत्रकार कौन होते हैं ?
(द )समाचार क्या है ?
Answers
Answer:
अ - समाचार पत्र में संपादन के दो भाग महत्त्वपूर्ण हैं- एक है रिपोर्टिग और दूसरा है संपादन। रिपोर्टिग का जिम्मा रिपोर्टरों पर होता है और उन खबरों को सही और आकर्षित बना कर कम शब्दों में प्रस्तुत करना संपादक का काम होता है।
ब-वाच डॉग पत्रकारिता को खोजी पत्रकारिता भी कहते हैं। पत्रकार जब किसी नेता या प्रतिष्ठित व्यक्तित्व पर अपने पैनी नज़र से उसके भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करता है और समाचार पत्रों या अन्य माध्यमों से उसे आम जनता तक पहुंचाता है तो ऐसी पत्रकारिता वाच डॉग पत्रकारिता कहलाती है।
स-ऐसे पत्रकारों को काफी उच्च दर्जा मिला हुआ है। अपनी स्वतंत्र कार्यशैली और अपनी खबरों के विषय चुनने की आजादी के कारण ऐसे फ्रीलांसरों को कई प्रकार के पुरस्कार मिलते हैं। कुछ फ्रीलांसरों का विभिन्न संपादकों और मीडिया संस्थाओं के साथ लंबे समय तक चलने वाले संबंध स्थापित हो जाते हैं।
द-समाचार नवीनतम घटनाओं और समसामयिक विषयों पर अद्यतन सूचनाओं को कहते हैं, जिन्हें मुद्रण, प्रसारण, अंतर्जाल या अन्य माध्यमों की सहायता से आम लोगों यानी, पाठकों, दर्शकों और श्रोताओं तक पहुंचाया जाता है। ... एक अन्य परिभाषा के अनुसार, समाचार वह समसामयिक सूचना है, जिसमे जन रूचि जुड़ी हो तथा लोग उसे जानने के लिए उत्सुक हो
(अ) संपादन से क्या तात्पर्य है?
✎... संपादन से तात्पर्य किसी समाचार पत्र या किसी पत्रिका या पुस्तक में छपने वाली सामग्री को छपने से पहले उसकी परख करना, उसकी प्रमाणिकता की पुष्टि करना, उसमें से अनावश्यक बातों को निकालना, त्रुटियों को दूर करना और सभी तथ्यों की जांच करके सामग्री को प्रकाशन के लिये भेजना ताकि पाठकों तक सही जानकारी पहुँचे।
(ब) वॉच डॉग पत्रकारिता क्या है ?
✎...ये वो पत्रकार होते में सरकार के कामकाज पर नजर रखते हैं। अक्सर सरकारें अपने कामकाज के संबध में मीडिया को वही जानकारी उपलब्ध कराती हैं जो वो उनके पक्ष में हो। वाचडॉग पत्रकार सरकारी के कामकाज पर नजर रखे रहते हैं और सरकारी की कमियों को भी जनता के सामने लाते हैं।
(स) स्वतंत्र फ्रीलांसर पत्रकार कौन होते हैं ?
✎...स्वतंत्र यानी फ्रीलांसर पत्रकार वे पत्रकार होते हैं, जो किसी भी समाचार एजेंसी के कर्मचारी के रूप में कार्य नहीं करते हैं। फ्रीलांस पत्रकार भी एक सामान्य पत्रकार की भाँति ही पत्रकार ही होता है, लेकिन वह स्वतंत्र रूप से कार्य करता है। फ्रीलांस पत्रकार किसी समाचार संस्थान चाहे वह अखबार कार्यालय हो अथवा टीवी न्यूज़ का चैनल हो, सीधे तौर पर जुड़ा नहीं होता, और न ही उसे कोई निश्चित वेतन के रूप में परिश्रमिक मिलता है।
फ्रीलांस पत्रकार स्वतंत्र रूप से कार्य करता है और वह स्वतंत्र रूप से समाचार को कवर करता है। यदि वह किसी समाचार संस्थान को अपनी खबर प्रदान करता है तो उसके एवज में उसे उतना ही परिश्रमिक मिल जाता है। यानि फ्रीलांस पत्रकार अपनी अपनी मर्जी और स्वतंत्रता के अनुसार कार्य करता है। सरल अर्थों में फ्रीलांसर्स स्वतंत्र रूप से कार्य करने वाला पत्रकार होता है।
(द ) समाचार क्या है ?
✎... समाचार से तात्पर्य उस सूचना से है, जो सम-सामयिक घटनाओं पर आधारित होती है। अर्थात हमारे देश-समाज और आस-पास घट रही घटनाओं की सूचना किसी माध्यम से व्यवस्थित रूप में हम तक पहुँचना ही समाचार है।
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