निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए - (i) लोगों को एक संसाधन क्यों समझा जाता है? (ii) विश्व में जनसंख्या के असमान वितरण के क्या कारण हैं? (iii) विश्व की जनसंख्या अत्यंत तीव्रता से बढ़ रही है। क्यों? (iv) जनसंख्या परिवर्तन को प्रभावित करने वाले किन्हीं दो कारकों की भूमिका का वर्णन कीजिए। (v) जनसंख्या संघटन से क्या तात्पर्य है? (vi) जनसंख्या पिरामिड क्या है? ये किसी देश की जनसंख्या को समझने में किस प्रकार मदद करते हैं?
Answers
Answer with Explanation:
(i) लोगों को एक संसंसाधन इसलिए समझा जाता है क्योंकि लोग अपनी आवश्यकताओं के कारण तथा योग्यता से प्रकृति से प्राप्त उपहारों को संसाधन में बदल देते हैं। इस कार्य में लोगों के स्वास्थ्य, शिक्षा तथा कौशल बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं।
(ii) विश्व में जनसंख्या के असमान वितरण के निम्नलिखित कारण हैं :
भौगोलिक कारक :
(1) स्थलाकृति :
संसार के मैदानी क्षेत्रों में जनसंख्या बहुत ज्यादा है क्योंकि लोग पहाड़ों तथा पठारो की तुलना में मैदानी भागों में रहना ज्यादा पसंद करते हैं। उदाहरण के लिए गंगा के मैदान विश्व के सबसे घने आबादी वाले क्षेत्र हैं जबकि एंडीज, आलप्स तथा हिमालय पर्वत पर लोग कम रहते हैं।
(2) जलवायु :
लोग ऐसे स्थानों में रहना पसंद करते हैं जहां न तो अधिक गर्मी हो और न ही अत्यधिक ठंड पड़े। इन्हीं कारणों से अफ्रीका के विषुवतीय प्रदेश , रूस एवं कनाडा के ध्रुवीय क्षेत्र तथा अंटार्कटिका लगभग सुनसान है। रेगिस्तानों में भी जनसंख्या का घनत्व काफी कम है पर शीतोष्ण जलवायु और सामान्य वर्षा वाले क्षेत्रों में आबादी का घनत्व ज्यादा है। इसी कारण पूर्वी एशिया तथा पश्चिमी यूरोप के देश में आबादी घनी है।
(3) मृदा :
जिस प्रदेश की मिट्टी उपजाऊ होगी वहां की जनसंख्या घनी होती है। उदाहरण के लिए भारत में गंगा तथा ब्रह्मपुत्र , चीन में ह्वांग हो तथा चांग जियांग तथा मिस्र में नील नदी के उपजाऊ मैदान काफी घने बसे हुए हैं।
(4) जल :
जिस प्रदेश में जल सुगमता से प्राप्त होता है और अलवणीय होता है उन क्षेत्रों में लोग ज्यादा रहते हैं। इसी कारण रेगिस्तान में जल की कमी के कारण जनसंख्या काफी कम है।
(iii) विश्व की जनसंख्या अत्यंत तीव्रता से बढ़ रही है इसका मुख्य कारण खाद्य आपूर्ति तथा दवाइयों की पूर्ति है। जिससे मृत्यु दर में कमी आ गई है परंतु जन्म दर अभी भी बहुत अधिक है।
(iv) जनसंख्या परिवर्तन को प्रभावित करने वाले किन्हीं दो कारकों की भूमिका का वर्णन निम्न प्रकार से है :
(1) जन्म दर तथा मृत्यु दर :
यदि जन्म तथा मृत्यु दर में बहुत अधिक अंतर आ जाए तो जनसंख्या तेजी से बढ़ जाती है या फिर उसमें तेजी से कमी आ जाती है।
(2) अंतरराष्ट्रीय प्रवास :
लोग अपने अच्छे आर्थिक विकास की खोज में कम विकसित देशों से अधिक विकसित देशों की ओर आकर्षित होते हैं । देश के अंदर भी लोग रोज़गार, स्वास्थ्य, शिक्षा के सुविधाओं की तलाश में गांवों से शहरी क्षेत्रों की ओर चले जाते हैं । इसे जनसंख्या में परिवर्तन आ जाता है।
(v) जनसंख्या संघटन जनसंख्या की संरचना को बताता है।इससे जनसंख्या के लिए निम्नलिखित बातों का पता चलता है :
स्त्री-पुरुष अनुपात, साक्षरता की दर , स्वास्थ्य दशाएं , व्यवसायिक संरचना, देहाती शहरी अनुपात , विभिन्न आयु वर्ग।
(vi) जनसंख्या पिरामिड :
जनसंख्या को 3 वर्गों में विभाजित किया जाता है । 0 से 14 वर्ष का आयु वर्ग, 15 से 64 वर्ष का आयु वर्ग तथा 65 वर्ष या इससे अधिक का आयु वर्ग। इस विभाजन को जनसंख्या का पिरामिड कहा जाता है इसे आयु लिंग पिरामिड भी कहते हैं।
ये किसी देश की जनसंख्या में बच्चों की संख्या, युवकों की संख्या पुरुषों की संख्या, स्त्रियों की संख्या, वृद्ध लोगों की संख्या , मृतकों की संख्या आदि को समझने में मदद करता हैं।
आशा है कि यह उत्तर आपकी अवश्य मदद करेगा।।।
इस पाठ से संबंधित कुछ और प्रश्न :
सही को चिह्नित कीजिए - (i) जनसंख्या वितरण शब्द से क्या तात्पर्य है?
(क) किसी विशिष्ट क्षेत्र में समय के साथ जनसंख्या में किस प्रकार परिवर्तन होता है। (ख) किसी विशिष्ट क्षेत्र में जन्म लेने वाले लोगों की संख्या के संदर्भ में मृत्यु प्राप्त करने वाले लोगों की संख्या।
(ग) किसी दिए हुए क्षेत्र में लोग किस रूप में वितरित हैं। (ii) वे तीन मुख्य कारक कौन से हैं जिनसे जनसंख्या में परिवर्तन होता है?
(क) जन्म, मृत्यु और विवाह (ख) जन्म, मृत्यु और प्रवास
(ग) जन्म, मृत्यु और जीवन प्रत्याशा (iii) 1999 में विश्व की जनसंख्या हो गई -
(क) 1 अरब (ख) 3 अरब
(ग) 6 अरब (iv) जनसंख्या पिरामिड क्या है?
(क) जनसंख्या का आयु-लिंग संघटन का आलेखीय निरूपण। (ख) जब किसी क्षेत्र का जनघनत्व इतना बढ़ जाता है कि लोग ऊँची इमारतों में रहते हैं। (ग) बड़े नगरीय क्षेत्रों में जनसंख्या वितरण का प्रतिरूप।
https://brainly.in/question/11142931
नीचे दिए शब्दों का उपयोग करके वाक्यों को पूरा कीजिए -विरल, अनुकूल, परती, कृत्रिम, उर्वर, प्राकृतिक, चरम, घना। जब लोग किसी क्षेत्र की ओर आकर्षित होते हैं तब यह.............. बसा हुआ बन जाता है। इसे प्रभावित करने वाले कारकों के अंतर्गत..............जलवायु ..............संसाधनों की आपूर्ति और...... ..... ज़मीन आते हैं।
https://brainly.in/question/11142930
Answer:(i) लोगों को एक संसंसाधन इसलिए समझा जाता है क्योंकि लोग अपनी आवश्यकताओं के कारण तथा योग्यता से प्रकृति से प्राप्त उपहारों को संसाधन में बदल देते हैं। इस कार्य में लोगों के स्वास्थ्य, शिक्षा तथा कौशल बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं।
(ii) विश्व में जनसंख्या के असमान वितरण के निम्नलिखित कारण हैं :
भौगोलिक कारक :
(1) स्थलाकृति :
संसार के मैदानी क्षेत्रों में जनसंख्या बहुत ज्यादा है क्योंकि लोग पहाड़ों तथा पठारो की तुलना में मैदानी भागों में रहना ज्यादा पसंद करते हैं। उदाहरण के लिए गंगा के मैदान विश्व के सबसे घने आबादी वाले क्षेत्र हैं जबकि एंडीज, आलप्स तथा हिमालय पर्वत पर लोग कम रहते हैं।
(2) जलवायु :
लोग ऐसे स्थानों में रहना पसंद करते हैं जहां न तो अधिक गर्मी हो और न ही अत्यधिक ठंड पड़े। इन्हीं कारणों से अफ्रीका के विषुवतीय प्रदेश , रूस एवं कनाडा के ध्रुवीय क्षेत्र तथा अंटार्कटिका लगभग सुनसान है। रेगिस्तानों में भी जनसंख्या का घनत्व काफी कम है पर शीतोष्ण जलवायु और सामान्य वर्षा वाले क्षेत्रों में आबादी का घनत्व ज्यादा है। इसी कारण पूर्वी एशिया तथा पश्चिमी यूरोप के देश में आबादी घनी है।
(3) मृदा :
जिस प्रदेश की मिट्टी उपजाऊ होगी वहां की जनसंख्या घनी होती है। उदाहरण के लिए भारत में गंगा तथा ब्रह्मपुत्र , चीन में ह्वांग हो तथा चांग जियांग तथा मिस्र में नील नदी के उपजाऊ मैदान काफी घने बसे हुए हैं।
(4) जल :
जिस प्रदेश में जल सुगमता से प्राप्त होता है और अलवणीय होता है उन क्षेत्रों में लोग ज्यादा रहते हैं। इसी कारण रेगिस्तान में जल की कमी के कारण जनसंख्या काफी कम है।
(iii) विश्व की जनसंख्या अत्यंत तीव्रता से बढ़ रही है इसका मुख्य कारण खाद्य आपूर्ति तथा दवाइयों की पूर्ति है। जिससे मृत्यु दर में कमी आ गई है परंतु जन्म दर अभी भी बहुत अधिक है।
(iv) जनसंख्या परिवर्तन को प्रभावित करने वाले किन्हीं दो कारकों की भूमिका का वर्णन निम्न प्रकार से है :
(1) जन्म दर तथा मृत्यु दर :
यदि जन्म तथा मृत्यु दर में बहुत अधिक अंतर आ जाए तो जनसंख्या तेजी से बढ़ जाती है या फिर उसमें तेजी से कमी आ जाती है।
(2) अंतरराष्ट्रीय प्रवास :
लोग अपने अच्छे आर्थिक विकास की खोज में कम विकसित देशों से अधिक विकसित देशों की ओर आकर्षित होते हैं । देश के अंदर भी लोग रोज़गार, स्वास्थ्य, शिक्षा के सुविधाओं की तलाश में गांवों से शहरी क्षेत्रों की ओर चले जाते हैं । इसे जनसंख्या में परिवर्तन आ जाता है।
(v) जनसंख्या संघटन जनसंख्या की संरचना को बताता है।इससे जनसंख्या के लिए निम्नलिखित बातों का पता चलता है :
स्त्री-पुरुष अनुपात, साक्षरता की दर , स्वास्थ्य दशाएं , व्यवसायिक संरचना, देहाती शहरी अनुपात , विभिन्न आयु वर्ग।
(vi) जनसंख्या पिरामिड :
जनसंख्या को 3 वर्गों में विभाजित किया जाता है । 0 से 14 वर्ष का आयु वर्ग, 15 से 64 वर्ष का आयु वर्ग तथा 65 वर्ष या इससे अधिक का आयु वर्ग। इस विभाजन को जनसंख्या का पिरामिड कहा जाता है इसे आयु लिंग पिरामिड भी कहते हैं।
ये किसी देश की जनसंख्या में बच्चों की संख्या, युवकों की संख्या पुरुषों की संख्या, स्त्रियों की संख्या, वृद्ध लोगों की संख्या , मृतकों की संख्या आदि को समझने में मदद करता हैं।
Explanation: