निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्ही चार के उत्तर दीजिये:
1. कवयित्री ललद्यद किसे साहब मानती है? वह साहब को पहचानने का क्या उपाय बताती है?
2. 'हिंदू मूआ राम कहि, मुसलमान खुदाई' कहकर कबीर ने उपासना पद्धति पर किस प्रकार व्यंग्य किया है?
3. कैदी और कोकिला कविता में कवि को कोयल से ईर्ष्या क्यों हो रही है?
4.कवि के स्मृति-पटल पर कोयल के गीतों की कौन-सी मधुर स्मृतियाँ अंकित हैं, जिन्हें वह अब नष्ट करने पर तुली है?
5.रसखान ब्रजभूमि और कृष्ण से जुड़ी वस्तुओं से बहुत प्यार करते हैं, स्पष्ट कीजिए।
Answers
Answer :-
उत्तर 1. कवयित्री परमात्मा को साहब मानती है, जो भवसागर से पार करने में समर्थ हैं। वह साहब को पहचानने का यह उपाय बताती है कि मनुष्य को आत्मज्ञानी होना चाहिए। वह अपने विषय में जानकर ही साहब को पहचान सकता है।
उत्तर 2. उक्त पंक्ति के माध्यम से कवि ने हिंदू और मुसलमानों की उपासना पद्धति पर यह व्यंग्य किया है कि हिंदू आजीवन राम-राम जपते हुए तथा मुसलमान खुदा-खुदा कहते हुए चल बसते हैं। राम-रहीम के चक्कर में पड़कर वे धार्मिक रूप से कट्टर हो जातेहैं | अपने ईश्वर को दूसरे से श्रेष्ठ बताने के चक्कर में वे दूसरे की निंदा करने लगते हैं और स्वयं कुछ नहीं कर पाते |
उत्तर 3. कवि को कोयल से इसलिए ईर्ष्या हो रही है क्योंकि कोयल स्वतंत्रतापूर्वक नीले आसमान में अपनी उड़ान भर रही है जबकि कवि का संसार दस फुट की कोठरी में सिमट कर रह गया है। जहाँ कोयल ने पेड़ की हरी-भरी डाली पर अपना घोंसला बनाया हुआ है वहीं कवि को काल कोठरी में रहना पड़ रहा है। कोयल को अपने गीतों पर प्रशंसा सुनने को मिलती है पर कवि का तो रोना भी गुनाह माना जाता है।
उत्तर 5. कवि रसखान ब्रजभूमि पर ही बार-बार जन्म लेना चाहते हैं। वे अगले जन्म में चाहे मनुष्य बने, पक्षी बनें या पत्थर, वे ब्रज में ही जन्म लेने की अभिलाषा रखते हैं। श्रीकृष्ण ने जिस बाग, बगीचों और तालाबों के आसपास अपनी गाएँ चराई थीं, उनको निहारते रहना चाहते हैं। वे नंदबाबा की गायों को चराने के बदले आठों सिद्धियों और नवों निधियों के सुख भूलना चाहते हैं तथा करील के कुंजों से जुड़ी वस्तुओं से बहुत प्यार करते हैं।